पाकिस्तान में आतंकियों ने कैसे हाईजैक की जाफर एक्स्प्रेस? सुरंग में थी ट्रेन तभी BLA ने उड़ाई पटरी
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में यात्री ट्रेन हाईजैक होने से बवाल मच गया है. पाकिस्तान के अलगाववादी समूह BLA ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है. जाफर ट्रेन पर जिस समय हमला हुआ, ट्रेन एक सुरंग से गुजर रही थी. सुरंग के बाहर आतंकियों ने पटरी को विस्फोटक से उड़ा दिया और इंजन पर धुआंधार फायरिंग की. इस हमले में 6 सैनिकों के मारे जाने की खबर है.

Pakistan Hijack Jaffar Express: पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में एक बार फिर हिंसा की घटना घटी है, जब बलूच लिब्रेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया. इस ट्रेन में 450 से अधिक यात्री सवार थे. हमला बलूचिस्तान के बोलान जिले के मस्काफ इलाके में हुआ, जहां ट्रेन सुरंग में प्रवेश कर रही थी. हमलावरों ने ट्रैक पर धमाका किया, जिससे ट्रेन रुक गई और फिर हमलावरों ने ट्रेन के इंजन पर गोलीबारी की, जिसमें ड्राइवर जख्मी हो गया.
ट्रेन के इस हमले के बाद BLA ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की जाती है, तो वे सभी बंधकों की हत्या कर देंगे. इस घटना के बाद पाकिस्तान की सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया. बलूचिस्तान प्रशासन के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि पहाड़ी इलाके में सुरक्षा बलों को भेजने की कोशिश की जा रही है. जाफर एक्सप्रेस सुबह 9 बजे क्वेटा से रवाना हुई थी और सुरंग नंबर 8 में धमाका होने के बाद ट्रेन रुक गई.
1632 किलोमीटर का सफर तय करती है जाफर एक्सप्रेस
जाफर एक्सप्रेस रोजाना क्वेटा से पेशावर के बीच चलती है, 1,632 किलोमीटर का सफर तय करती है और इसमें 34 घंटे 10 मिनट का समय लगता है. इस ट्रेन के हाईजैक के बाद BLA ने 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सेना के जवानों को बंधक बना लिया और छह जवानों को मार दिया. उनका दावा है कि अगर कोई सैन्य कार्रवाई की जाती है, तो बाकी सभी बंधकों की भी जान चली जाएगी.
पाकिस्तान सरकार BLA से करेगी बातचीत?
इस हमले के बाद पाकिस्तान के पत्रकार शहर खान ने कहा कि बलूचिस्तान में लंबे समय से पाकिस्तान विरोधी आंदोलन चल रहा है और यह घटना उसी का हिस्सा है. उन्होंने बताया कि हाल ही में पाकिस्तान की सुरक्षा बलों ने बड़े आतंकवादियों को पकड़ा है, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि कुछ तत्व अमन नहीं चाहते. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान सरकार से बीएलए के साथ बातचीत की उम्मीद नहीं है, क्योंकि यह एक आतंकवाद फैलाने की रणनीति का हिस्सा है.


