Thailand-Cambodia Border Clash: कब, कैसे और क्यों भड़का सीमा विवाद? थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष की अब तक की पूरी कहानी
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद ने हिंसक रूप ले लिया है. लगातार दूसरे दिन भारी गोलाबारी के बीच कंबोडिया ने संयुक्त राष्ट्र में तत्काल युद्धविराम की मांग की है. अब तक दोनों देशों में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और हालात गंभीर बने हुए हैं.

Thailand-Cambodia Border Clash: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर जारी संघर्ष ने अब अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ा दी है. कंबोडिया ने संयुक्त राष्ट्र में तत्काल युद्धविराम की मांग की है. दोनों देशों के बीच सीमा पर दो दिन से जारी खूनी झड़पों में अब तक दर्जनों मौतें हो चुकी हैं. हालात नियंत्रण से बाहर होते दिख रहे हैं. गुरुवार से शुरू हुआ यह संघर्ष शुक्रवार को और तेज हो गया. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर भारी हथियारों से हमला किया. इस संघर्ष में जहां थाईलैंड की ओर से 19 लोगों की मौत हुई है, वहीं कंबोडिया ने अब तक 13 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कंबोडिया के प्रतिनिधि छेआ केओ ने कहा, "कंबोडिया ने बिना किसी शर्त के तत्काल युद्धविराम की मांग की है और हम विवाद का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं." उन्होंने यह भी सवाल किया कि एक छोटा देश, जिसके पास वायुसेना तक नहीं है, वह कैसे थाईलैंड जैसे तीन गुना बड़ी सेना वाले देश पर हमला कर सकता है.
थाईलैंड भी बातचीत को तैयार
थाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता निकोर्नदेच बालांकुरा ने बताया कि बैंकॉक भी राजनयिक बातचीत के लिए तैयार है, चाहे वह द्विपक्षीय हो या मलेशिया की मध्यस्थता में. उन्होंने कहा, "हम तैयार हैं, लेकिन अब तक कंबोडिया की ओर से कोई जवाब नहीं आया है."
मलेशिया की मध्यस्थता की पेशकश
मलेशिया, जो वर्तमान में ASEAN (एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस) की अध्यक्षता कर रहा है, ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है. मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने बताया कि थाईलैंड और कंबोडिया दोनों युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं, लेकिन इसे लागू करने में समय लग सकता है.
थाई प्रधानमंत्री की चेतावनी
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचयचाई ने चेताया, “यदि हालात नहीं संभले, तो यह पूर्ण युद्ध का रूप ले सकता है.” उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी यह संघर्ष सीमित स्तर पर है, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर परिणाम गंभीर हो सकते हैं.
सुबह 4 बजे फिर भड़का संघर्ष
थाई सेना के अनुसार, शुक्रवार सुबह 4 बजे तीन अलग-अलग स्थानों पर लड़ाई फिर से शुरू हो गई. कंबोडियाई सेना ने BM-21 रॉकेट सिस्टम और फील्ड आर्टिलरी से हमला किया, जिसका जवाब थाई सेना ने उचित समर्थन वाली जवाबी कार्रवाई से दिया.
क्या है सीमा विवाद की जड़?
यह संघर्ष उस समय भड़का जब सीमा पर एक बारूदी सुरंग विस्फोट में पांच थाई सैनिक घायल हो गए. इसके बाद छह अलग-अलग क्षेत्रों में झड़पें शुरू हुईं, जिनमें दो प्राचीन मंदिरों के आस-पास की जमीन भी शामिल है. यह विवाद दोनों देशों के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा को लेकर लंबे समय से चला आ रहा है.
एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप
थाईलैंड ने कंबोडिया पर पहले गोली चलाने और नागरिक ढांचे को निशाना बनाने का आरोप लगाया. थाई सेना का दावा है कि एक अस्पताल और एक पेट्रोल पंप पर भी रॉकेट दागे गए. दूसरी ओर, कंबोडिया ने इन आरोपों को खारिज करते हुए खुद को रक्षात्मक स्थिति में बताया है.
मौतों और विस्थापन का आंकड़ा डराने वाला
थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 138,000 से अधिक लोगों को सीमा क्षेत्रों से निकाला गया है. थाईलैंड में 19 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 14 नागरिक और एक सैनिक शामिल हैं. वहीं 46 लोग घायल हुए हैं. कंबोडिया की ओर से अब तक 13 मौतों की पुष्टि की गई है.


