कनाडा चुनाव में ट्रूडो की वापसी, जगमीत सिंह की करारी हार
कनाडा चुनाव में भारत विरोधी जगमीत सिंह की एनडीपी पार्टी को करारी हार मिली है. पार्टी को सिर्फ 7 सीटें मिलीं, जबकि जगमीत सिंह अपनी सीट भी हार गए. खालिस्तान समर्थकों से जुड़े विवादों के बीच उनकी इस हार से उनके राजनीतिक करियर पर बड़ा असर पड़ा है.

कनाडा के आम चुनाव में जगमीत सिंह की नेतृत्व वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है. NDP ने केवल सात सीटों पर जीत हासिल की, जबकि जगमीत सिंह खुद अपनी सीट पर तीसरे स्थान पर रहे. इस परिणाम के बाद, उन्होंने पार्टी की नेतृत्व से इस्तीफा देने की घोषणा की.
इस चुनाव में लिबरल पार्टी ने 343 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में 165 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया, जबकि कंजरवेटिव पार्टी को 147 सीटें मिलीं. NDP की हार के साथ ही पार्टी को आधिकारिक विपक्षी दर्जा भी खोना पड़ा है. जगमीत सिंह की हार और इस्तीफे के बाद, उनकी राजनीतिक यात्रा पर सवाल उठने लगे हैं.
हार के बाद जगमीत सिंह का इस्तीफा
पार्टी के भीतर भी उनके नेतृत्व को लेकर असंतोष बढ़ रहा था. 2023 में हुए एक आंतरिक समीक्षा में पार्टी के एक-चौथाई सदस्य ने उनके खिलाफ वोट किया था. कुछ समर्थकों का मानना था कि सिंह की नेतृत्व में पार्टी ने स्पष्ट दिशा नहीं अपनाई और चुनावी सफलता में कमी आई.
कनाडा चुनाव में जनता का फैसला साफ
चुनाव में हार के बाद, सिंह ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की थी. उन्होंने सरकार पर कॉर्पोरेट हितों के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था. हालांकि, चुनाव परिणाम ने उनके इस प्रयास को विफल कर दिया. इस हार के बाद, NDP को भविष्य में अपनी रणनीति और नेतृत्व पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता होगी. जगमीत सिंह का इस्तीफा पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और यह देखना होगा कि पार्टी किस दिशा में आगे बढ़ती है.


