टमाटर पर ट्रंप का ट्रिगर! अमेरिका ने मैक्सिकन टमाटरों पर लगाया 17% टैरिफ, घरेलू किसानों को मिलेगा फायदा
अमेरिका ने मैक्सिकन टमाटरों पर 17% आयात शुल्क लगाकर एक बड़ा व्यापारिक फैसला लिया है. यह कदम घरेलू किसानों को संरक्षण देने और सस्ती विदेशी आपूर्ति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है. सरकार का दावा है कि इससे अमेरिकी टमाटर उत्पादकों को उचित प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा.

Trump tariffs: अमेरिकी सरकार ने मैक्सिकन टमाटरों पर बड़ा फैसला लेते हुए 17 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है. यह कदम घरेलू किसानों को संरक्षण देने और सस्ती विदेशी आपूर्ति पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है. इस शुल्क की घोषणा सोमवार को की गई और यह तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया. यह फैसला तब आया जब अमेरिका और मैक्सिको के बीच टमाटर व्यापार को लेकर हुई बातचीत विफल हो गई. दोनों देशों के बीच 2019 में बना टमाटर निलंबन समझौता अब समाप्त हो चुका है. जिससे पहले मैक्सिकन टमाटरों को कुछ नियमों व शर्तों के तहत अमेरिकी बाजार में बेचने की अनुमति थी. लेकिन अब, अमेरिकी वाणिज्य विभाग के अनुसार, घरेलू उत्पादकों की भारी शिकायतों के चलते इस समझौते को खत्म कर दिया गया है.
वर्तमान में अमेरिका के टमाटर बाजार का लगभग 70% हिस्सा मैक्सिकन टमाटरों से पूरा होता है, जबकि दो दशक पहले यह आंकड़ा महज 30% था. इस भारी निर्भरता और सस्ते आयात से अमेरिकी किसानों की प्रतिस्पर्धा प्रभावित हो रही थी, जिसे अब नई नीति से संतुलित करने का प्रयास किया गया है.
घरेलू किसानों को मिलेगा फायदा
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, "मैक्सिको आज भी हमारा करीबी सहयोगी है, लेकिन बहुत लंबे समय से हमारे किसान अनुचित व्यापारिक प्रथाओं से कुचले जा रहे हैं, जिससे टमाटर जैसी उपज की कीमतें गिरती रही हैं. यह आज समाप्त होता है." वहीं, फ्लोरिडा टमाटर एक्सचेंज के कार्यकारी उपाध्यक्ष रॉबर्ट गुएंथर ने इस निर्णय को अमेरिकी टमाटर किसानों और कृषि जगत के लिए एक बड़ी जीत बताया.
नई नीति से बढ़ेंगी टमाटर की कीमतें?
हालांकि, इस टैरिफ का सीधा असर अमेरिकी बाजार में टमाटर की कीमतों पर पड़ेगा. एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी के एग्रीबिजनेस प्रोफेसर टिम रिचर्ड्स का अनुमान है कि खुदरा बाजार में टमाटर की कीमतों में लगभग 8.5% तक की बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, ट्रेड पॉलिसी एनालिस्ट जैकब जेंसन का मानना है कि जो क्षेत्र मैक्सिकन टमाटरों पर अधिक निर्भर हैं, वहां यह बढ़ोतरी 10% तक भी जा सकती है.
विरोध में उतरे व्यवसायी और राज्य सरकारें
इस कदम की आलोचना भी तेज हो गई है. फ्रेश प्रोड्यूस एसोसिएशन ऑफ अमेरिका के अध्यक्ष लांस जंगमेयर ने कहा,
"हमें इस बात का दुख है कि अमेरिकी उपभोक्ताओं को अब टमाटर पर एक टैक्स या शुल्क देना होगा और उन्हें अपनी पसंद की टमाटर वैरायटीज़ जैसे वाइन टमाटर, ग्रेप टमाटर, रोमा, कॉकटेल व अन्य विशेष किस्मों की सीमित उपलब्धता से जूझना पड़ेगा." व्यापार जगत की चिंता और भी गहरी है. अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स समेत 30 से अधिक संगठनों ने वाणिज्य विभाग को पत्र भेजकर चेताया है कि इस कदम से व्यापारिक साझेदारों की ओर से प्रत्युत्तरात्मक कार्रवाई हो सकती है और टमाटर से आगे अन्य उद्योग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.
ट्रंप की व्यापार नीति से जुड़ा फैसला
यह कदम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीति के अनुरूप है. हाल ही में उन्होंने मैक्सिको और यूरोपीय संघ से आयातित सामानों पर 30% का आधार शुल्क लगाने की भी घोषणा की थी, जो उनके अमेरिका फर्स्ट दृष्टिकोण को दर्शाता है. टेक्सास के रिपब्लिकन गवर्नर ग्रेग एबॉट और एरिजोना की डेमोक्रेट गवर्नर केटी हॉब्स ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि इससे उनके राज्यों की स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा.


