US कोर्ट ने ट्रंप को लगाई फटकार, जानें अमेरिकी कोर्ट के फैसले का भारत पर क्या पड़ेगा असर?
29 अगस्त 2025 को अमेरिकी अपील कोर्ट ने राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ को गैरकानूनी ठहराया क्योंकि राष्ट्रपति को टैक्स लगाने का अधिकार नहीं. यह फैसला अमेरिकी व्यापार नीति के लिए झटका है. भारत पर इसका असर सीमित होगा, लेकिन ट्रंप की नीतियों पर बहस छिड़ेगी. क्या भारत को लाभ मिलेगा? क्या ट्रंप फैसला मानेंगे?

US Appeals Court decision impact on India: अमेरिकी अपील कोर्ट ने 29 अगस्त 2025 को फैसला सुनाया, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए अधिकांश टैरिफ को गैरकानूनी ठहराया गया है. कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति को टैरिफ या टैक्स लगाने का अधिकार नहीं है. यह फैसला अमेरिकी व्यापार नीति के लिए एक महत्वपूर्ण झटका माना जा रहा है और इसके भारत समेत विभिन्न देशों पर गलत प्रभाव हो सकते हैं.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी कोर्ट के इस फैसले का तात्कालिक प्रभाव भारत की आर्थिक स्थिति पर सीमित होगा. लेकिन यह ट्रंप की व्यापारिक नीतियों के बारे में नई बहस को जन्म देगा. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या इस फैसले से भारत को कोई लाभ मिलेगा और क्या डोनाल्ड ट्रंप इस फैसले को मानेंगे?
क्या होगा भारत पर प्रभाव?
राजनीतिक विश्लेषक नंद गोपाल गुर्जर ने इस फैसले के भारत पर प्रभाव को लेकर अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले का भारत या उसकी आर्थिक स्थिति पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा. गुर्जर के अनुसार ये टैरिफ मुख्य रूप से रूस से तेल खरीद और ट्रेड इंबैलेंस के आधार पर लगाए गए थे. जो भारत की स्थिति को प्रभावित नहीं करते. हालांकि अगर इन टैरिफों को हटाया जाता है. तो इससे भारत के निर्यातकों को राहत मिल सकती है खासकर टेक्सटाइल, ज्वेलरी और फर्नीचर उद्योगों में.
चीन और कनाडा पर लगाए गए टैक्स
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अपील कोर्ट का यह फैसला मुख्य रूप से डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ पर आधारित है. जो उन्होंने अप्रैल 2025 में लागू किए थे. इसके अलावा कोर्ट ने अमेरिकी सरकार द्वारा फरवरी 2025 में चीन, मैक्सिको और कनाडा पर लगाए गए टैक्स को भी गैरकानूनी मानते हुए इसे रद्द कर दिया है. ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जो इस फैसले के बाद सवालों के घेरे में आ गया है.
निर्यातकों को राहत मिल सकती है
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिकी अपील कोर्ट के आदेश के बाद भारत और अन्य देशों पर लगाए गए कुछ टैरिफ हटाए जाते हैं तो इससे निर्यातकों को महत्वपूर्ण राहत मिल सकती है. यह राहत मुख्य रूप से उन देशों के लिए है, जिन पर ट्रंप प्रशासन ने भारी टैरिफ लगाए थे. इससे निर्यातकों का खर्च घट सकता है और भारत के निर्यात क्षेत्रों जैसे कि टेक्सटाइल, ज्वेलरी और फर्नीचर पर सकारात्मक असर हो सकता है.
क्या डोनाल्ड ट्रंप इस फैसले को मानेंगे?
अमेरिकी अपील कोर्ट के फैसले के बाद ट्रंप ने इसे मानने से इनकार कर दिया है. ट्रंप ने इस फैसले को खारिज करते हुए कहा कि अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए टैरिफ जारी रहेंगे. उन्होंने कहा कि इन टैरिफों का उद्देश्य अमेरिका के हितों की रक्षा करना था और उनका मानना है कि कोर्ट का यह आदेश अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक होगा. ट्रंप ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए यह भी कहा कि इन टैरिफों को लागू करने का कारण विदेशी देशों से व्यापार असंतुलन और रूस से तेल खरीद थी.


