क्या ईरान पर हमले रोकेगा इज़रायल? अमेरिकी स्ट्राइक के बाद नेतन्याहू की सेना ने तोड़ी चुप्पी
इज़रायली सेना का कहना है कि वर्तमान स्थिति में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना अभी जल्दबाज़ी होगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान में उनके कुछ और रणनीतिक लक्ष्य बाकी हैं. जब तक वे पूरे नहीं हो जाते, तब तक तेहरान पर सैन्य अभियान जारी रहेगा.

दशकों से ईरान के ऊपर परमाणु बम बनाने का आरोप लगाने वाले इजरायल ने 13 जून को ईरान के ऊपर हमला बोल दिया था. इस हमले में ईरान के तमाम सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे.
शनिवार रात को अमेरिका एयर फोर्स ने भी इजरायल के साथ हाथ मिलाते हुए ईरान के उन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है, जिन पर इजरायली बमों का असर नहीं हो रहा था. इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का कहना है कि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कई साल पीछे पहुंचा दिया है. अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इजरायल ईरान पर अपने हमले रोक देगा?
ईरान के और भी लक्ष्य
इस सवाल का जवाब देते हुए इजरायली सेना की तरफ से कहा गया कि अभी ईरान में उसके और भी लक्ष्य हैं. ऐसे में जब तक वह उन लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेते तब तक हमले करते रहेंगे. इजरायली सेना के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने कहा कि हमारे पास अभी और भी लक्ष्य हैं. हम तब तक हमले करते रहेंगे जब तक हम उन्हें हासिल नहीं कर लेते.
डेफ्रिन ने कहा कि फिलहाल हम फोर्डो में अमेरिका एयर स्ट्राइक से हुए नुकसान की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका हमलों के बाद यह निर्धारित करना जल्दबाजी होगा कि ईरान का इनरिच यूरेनियम खत्म हो गया है या उसे हटा दिया गया है. हम लगातार स्थिति की जांच कर रहे हैं. मुझे लगता है कि आने वाले कुछ समय में हमें इस बात का पता चल जाएगा.
अमेरिका वायुसेना का ईरान के तीन ठिकानों पर हमला
इससे पहले शुक्रवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह इजरायल के साथ ईरान पर किए जा रहे हमलों में शामिल होंगे. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि दो हफ्ते के अंदर यह तय हो जाएगा कि हम क्या करने वाले हैं. हालांकि, इस अल्टीमेटम के दो दिन बाद ही अमेरिका वायुसेना ने ईरान के तीन ठिकानों के ऊपर हमले कर दिए. रविवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि सेना द्वारा किया गया यह हमला क्षेत्र और वैश्विक शांति के लिए था और यह बहुत ज्यादा सफल हुआ.


