इन 5 बीमारियों से कांपती है दुनिया! हर साल मरते हैं लाखों लोग, देखें लिस्ट
दुनिया में कई बीमारियां हैं, लेकिन कुछ इतनी खतरनाक होती हैं कि इनका नाम सुनकर ही डर लगने लगता है. ये बीमारियां शरीर के अहम अंगों पर हमला करती हैं और कई मामलों में इनका इलाज भी बेहद कठिन होता है. हार्ट डिजीज, ब्रेन स्ट्रोक, फेफड़ों की बीमारियां, कैंसर और अल्जाइमर जैसे रोग दुनियाभर में करोड़ों जिंदगियां लील चुके हैं

दुनिया में बीमारियों की कोई कमी नहीं है, लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी हैं जिनका नाम ही इंसान की रूह कंपा देता है. ये न सिर्फ जानलेवा होती हैं बल्कि इनका इलाज भी या तो बेहद मुश्किल होता है या फिर बहुत ही दर्दनाक. ऐसे में डॉक्टर भी इन बीमारियों से जुड़ी जटिलताओं से थर-थर कांपते हैं.
आज हम आपको उन 5 सबसे खतरनाक बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनियाभर में करोड़ों लोगों की जान ले चुकी हैं. इन बीमारियों का असर शरीर के अहम अंगों पर पड़ता है और ये इंसान की ज़िंदगी को एक-एक पल में नर्क बना देती हैं.
1. कोरोनरी आर्टरी डिजीज
इस बीमारी में दिल की धमनियों में रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है. जब दिल तक पर्याप्त ब्लड नहीं पहुंचता तो हार्ट अटैक का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है. यह बीमारी दुनियाभर में मौत का एक सबसे बड़ा कारण बन चुकी है और हर साल लाखों लोग इसके शिकार हो जाते हैं.
2. ब्रेन स्ट्रोक
ब्रेन स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क की नसों में खून का बहाव अचानक रुक जाता है. इससे मस्तिष्क को ऑक्सीजन नहीं मिलती और उसकी कोशिकाएं मरने लगती हैं. यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है क्योंकि इसमें व्यक्ति बोलने, चलने और सोचने तक की क्षमता खो सकता है.
3. क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज
यह बीमारी फेफड़ों को धीरे-धीरे खत्म कर देती है. इसमें सांस लेने में दिक्कत होती है और मरीज को हमेशा घुटन जैसा महसूस होता है. धूम्रपान, प्रदूषण और खराब वातावरण इसके प्रमुख कारण होते हैं. यह बीमारी व्यक्ति को हर रोज़ मौत के एक कदम करीब ले जाती है.
4. फेफड़ों का कैंसर
फेफड़ों और सांस की नली में होने वाला कैंसर दुनिया के सबसे दर्दनाक रोगों में से एक है. इसकी वजह से मरीज को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है और कई बार ऑक्सीजन सपोर्ट तक की जरूरत पड़ जाती है. यह बीमारी तेजी से शरीर को अंदर से खोखला कर देती है.
5. अल्जाइमर
अल्जाइमर को जानने और समझने भर से हेल्थ एक्सपर्ट्स सहम जाते हैं. यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसमें इंसान की याददाश्त धीरे-धीरे खत्म हो जाती है. बाद में मरीज अपनी पहचान, बोलना, खाना-पीना और यहां तक कि सांस लेना भी भूल सकता है. यह बीमारी एक इंसान को जीते जी खत्म कर देती है.


