तरबूज नकली है या असली...इन आसान तरीकों से घर पर ही पता करें
इन दिनों बाजार में टीके लगाकर पकाए गए तरबूज बड़ी मात्रा में बिक रहे हैं, जो न सिर्फ आपके स्वाद को खराब कर रहे हैं, बल्कि आपकी सेहत को भी खराब कर रहे हैं. ऐसे तरबूज खाने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है.

Life style News: गर्मियों के दौरान लाल तरबूज बहुतायत में बिकते हैं. यह फल न सिर्फ स्वाद में मीठा होता है बल्कि शरीर को ठंडक भी देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपनी सेहत के लिए जो तरबूज खा रहे हैं, वह नकली भी हो सकता है? इन दिनों बाजार में टीके लगाकर पकाए गए तरबूज बड़ी मात्रा में बिक रहे हैं, जो न सिर्फ आपके स्वाद को खराब कर रहे हैं, बल्कि आपकी सेहत को भी खराब कर रहे हैं. ऐसे तरबूज खाने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है. आइए जानते हैं 5 आसान तरीकों से घर पर ही असली और नकली तरबूज की पहचान कैसे करें.
बहुत अधिक लाल
यदि तरबूज के अंदर का गूदा बहुत चमकीला लाल या गहरा गुलाबी है और यह सामान्य से अधिक 'परफेक्ट' दिख रहा है, तो सावधान हो जाइए. कभी-कभी फलों को तेजी से पकाने या उन्हें अधिक आकर्षक बनाने के लिए रंगीन रसायनों का उपयोग किया जाता है. ऐसी स्थिति में कटे हुए स्थान को सूती कपड़े से हल्के से पोंछ लें. अगर कपड़ों पर रंग लग जाए तो समझ लीजिए कि तरबूज मिलावटी है.
बीजों के रंग और बनावट पर ध्यान दें
असली तरबूज के बीज आमतौर पर काले या गहरे भूरे रंग के होते हैं. कृत्रिम या रासायनिक रूप से उपचारित तरबूजों में बीज सफेद या पीले हो सकते हैं, क्योंकि रासायनिक प्रक्रिया बीजों को पूरी तरह पकने नहीं देती. ऐसी स्थिति में, बीजों को अपनी उंगलियों से कुचलने का प्रयास करें. यदि यह आसानी से टूट जाता है और अंदर से इसका रंग असमान दिखाई देता है, तो यह मिलावटी होने की संभावना है.
तरबूज़ की सतह को देखो
आजकल कुछ विक्रेता तरबूज़ को अधिक रसदार और स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें मिठास मिलाते हैं. इसलिए, एक छोटा इंजेक्शन इस्तेमाल किया जाता है, जो तरबूज की सतह पर हल्का निशान छोड़ देता है. तरबूज़ की सतह को ध्यान से देखें. यदि त्वचा सख्त, चिपचिपी या कहीं मोटी परत वाली महसूस हो, तो यह संदेह हो सकता है कि इंजेक्शन वहीं दिया गया था.
इसे पानी में डालकर परीक्षण करें
यह एक आसान और विश्वसनीय घरेलू उपाय है. तरबूज़ का एक टुकड़ा लें और उसे साफ़ पानी में डालें. यदि पानी का रंग बदलने लगे या उसमें गुलाबी-लाल रंग फैलने लगे तो समझ लें कि उसमें कृत्रिम रंग मिलाया गया है. असली तरबूज़ को पानी में डालने पर वह कोई रंग नहीं छोड़ता.


