Char Dham Yatra 2025: चार धाम अब और आसान! हर जगह मिलेगा फ्री वाई-फाई और मोबाइल नेटवर्क
Char Dham Yatra 2025: चार धाम यात्रा 2025 का शुभारंभ भव्य उत्साह के साथ हो चुका है. उत्तराखंड सरकार ने यात्रा मार्गों पर मुफ्त वाई-फाई और अपना मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध कराकर तीर्थयात्रा को और अधिक सुविधाजनक बना दिया है.

Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 2025 का शुभारंभ हो चुका है और श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. रविवार को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा में और अधिक रौनक आ गई है. इस पावन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुई थी. इसके बाद केदारनाथ धाम के द्वार 2 मई को खोले गए.
राज्य सरकार और प्रशासन द्वारा इस वर्ष की यात्रा को सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई हैं. सुरक्षा बलों की तैनाती से लेकर हेल्प डेस्क की स्थापना और सतत निगरानी तक, हर पहलू पर बारीकी से काम किया जा रहा है. इस बार श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी बेहतर बनाने के लिए एक विशेष तकनीकी पहल की गई है—अब यात्रा मार्गों पर मुफ्त वाई-फाई और मोबाइल नेटवर्क की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.
मुफ्त वाई-फाई और मोबाइल नेटवर्क
उत्तराखंड सरकार ने इस बार यात्रा को जन उत्सव का स्वरूप देने की योजना बनाई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, "हम चाहते हैं कि यह यात्रा सुरक्षित, सरल और परेशानी मुक्त हो. सभी विभागों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं और हम लगातार यात्रा को आसान बनाने के लिए काम कर रहे हैं."
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने अब अपनी खुद की मोबाइल नेटवर्क प्रणाली स्थापित की है, जिसे "डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क" नाम दिया गया है. यह नेटवर्क आपदा या किसी भी संकट की स्थिति में भी बिना रुके कार्य करता रहेगा. इस नेटवर्क के माध्यम से मोबाइल डाटा, वॉयस कॉलिंग, हाई क्वालिटी सीसीटीवी विजुअल और मुफ्त वाई-फाई जैसी सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं.
रुद्रप्रयाग का अपना मोबाइल नेटवर्क
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने यह पहल तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु शुरू की है. इस नेटवर्क का सफल परीक्षण शनिवार को किया गया और इसके बाद इसे श्रद्धालुओं के लिए समर्पित कर दिया गया. इसके साथ ही, रुद्रप्रयाग देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसके पास अपनी अलग और पूर्ण मोबाइल नेटवर्क प्रणाली है.
जिलाधिकारी कार्यालय से जानकारी मिली कि इस वाई-फाई का लाभ लेने के लिए उपयोगकर्ता को अपने मोबाइल की वाई-फाई सेटिंग में जाकर मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा. इसके बाद एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे भरने के बाद उपयोगकर्ता आधे घंटे तक हाई-स्पीड वाई-फाई सेवा का लाभ उठा सकता है.
सुरक्षा और सुविधा में कोई समझौता नहीं
सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. यात्रा मार्गों पर विशेष सुरक्षा मोबाइल टीमें तैनात की गई हैं. इसके अतिरिक्त, हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं और सीसीटीवी के माध्यम से यात्रा की निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके.


