Badrinath Dham: 6 महीने के इंतजार के बाद खुल गए बाबा बद्रीनाथ के कपाट, उमड़ा आस्था का सैलाब
Badrinath Dham: बद्रीनाथ धाम के कपाट छह महीने बाद रविवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. भगवान विष्णु को समर्पित इस पवित्र मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण और भव्य पुष्प सज्जा के बीच भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पूरा धाम भक्तिमय माहौल में डूब गया है.

Badrinath Dham: छह महीने के लंबे इंतजार के बाद आज रविवार सुबह 6 बजे उत्तराखंड के चमोली जनपद स्थित पवित्र बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए विधिवत रूप से खोल दिए गए. इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में मौजूद रहे और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान विष्णु के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया.
बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का पूर्ण रूप से आरंभ हो गया है. मंदिर को 15 टन रंग-बिरंगे फूलों से भव्य रूप से सजाया गया, जिससे पूरी बदरीपुरी नगरी आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो उठी. भारतीय सेना के बैंड ने भक्ति संगीत की प्रस्तुतियां देकर वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया.
विधिवत पूजन के साथ खुले कपाट
बाबा बद्रीनाथ के कपाट विशेष पूजा-अर्चना के साथ खोले गए. मंदिर के मुख्य पुजारी (रावल), धर्माधिकारी और वैदिक विद्वानों ने विधिविधान से पूजा संपन्न की. अधिकारियों ने जानकारी दी कि, मंदिर में सबसे पहले रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठी विद्वानों द्वारा विशेष पूजा की गई.
पूजा-अर्चना को पहुंचे सीएम धामी
इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय विशेष रूप से उपस्थित रहे. इन सभी ने बाबा बद्रीनाथ के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की.
अन्य मंदिरों के भी खुले कपाट
बद्रीनाथ मंदिर परिसर में स्थित अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों गणेश मंदिर, घंटाकर्ण मंदिर, आदि केदारेश्वर, आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर और माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी आज श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. इन मंदिरों में भी विशेष पूजा-अर्चना की गई.
प्रशासन ने की यात्रा की तैयारी पूरी
स्थानीय प्रशासन ने यात्रा मार्ग की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. अधिकारियों ने बताया कि, धाम तक की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, यातायात और ठहराव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
चार धाम यात्रा की शुरुआत
हर वर्ष की तरह इस बार भी दीपावली के बाद चारों धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे और अब मई की शुरुआत में मौसम अनुकूल होने के बाद एक-एक करके मंदिरों के कपाट खोले जा रहे हैं. केदारनाथ मंदिर पिछले शुक्रवार को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री 30 अप्रैल को भक्तों के लिए खोले गए थे.


