इंग्लैंड की जीत का जश्न अधूरा, जानिए ICC ने टीम पर क्यों लगाया डबल जुर्माना!
लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम को भारत के खिलाफ जीत जरूर मिली, लेकिन ICC ने तगड़ा फाइन इंग्लैंड की टीम पर ठोका. स्लो ओवर रेट के लिए इंग्लैंड की टीम पर मैच फीस का 10 फीसदी जुर्माना लगा है और WTC पॉइंट्स भी कटे हैं.

IND vs ENG: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के खिलाफ शानदार जीत के बावजूद इंग्लैंड क्रिकेट टीम को तगड़ा झटका लगा है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने स्लो ओवर रेट के लिए इंग्लैंड पर 10 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दो महत्वपूर्ण अंक काट लिए हैं.इस सजा के बाद इंग्लैंड की जीत का प्रतिशत 66.67 से गिरकर लगभग 60 प्रतिशत हो गया है, जिसके चलते टीम WTC रैंकिंग में दूसरे से तीसरे स्थान पर खिसक गई है. ICC के कड़े नियमों ने इंग्लैंड को मैदान पर मिली जीत की खुशी को फीका कर दिया है.
ICC की डबल जुर्माना
ICC एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इंग्लैंड की टीम को स्लो ओवर रेट का दोषी पाया. जांच में सामने आया कि इंग्लैंड ने निर्धारित समय में दो ओवर कम फेंके. ICC के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.22 के तहत, न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों के लिए प्रत्येक कम फेंके गए ओवर के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस का 5 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है. इस आधार पर इंग्लैंड पर 10 प्रतिशत मैच फीस का दंड और दो WTC अंक कटौती की सजा सुनाई गई.
बेन स्टोक्स ने एक्सेप्ट किया सजा
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने स्लो ओवर रेट के अपराध को स्वीकार कर लिया और ICC द्वारा प्रस्तावित दंड को भी मंजूर किया. इसके चलते मामले में औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रजा, और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने इंग्लैंड पर यह आरोप लगाया था, जिसे रिची रिचर्डसन ने सही पाया.
WTC रैंकिंग पर असर
लॉर्ड्स टेस्ट जीत के बाद इंग्लैंड की जीत का प्रतिशत 66.67 था, जो तीन मैचों में उनकी मजबूत स्थिति को दर्शाता था. हालांकि, दो अंकों की कटौती के बाद यह आंकड़ा लगभग 60 प्रतिशत तक सिमट गया है. इस सजा ने इंग्लैंड की WTC रैंकिंग को प्रभावित किया है और टीम अब तीसरे स्थान पर आ गई है. यह सजा इंग्लैंड के लिए एक बड़ा सबक है कि मैदान पर जीत के साथ-साथ खेल के नियमों का पालन भी उतना ही महत्वपूर्ण है.


