क्रिकेट का इतना क्रेज, टिकट लेने के लिए मच गई भगदड़, छूटे पुलिस के पसीने
भारत बनाम इंग्लैंड का दूसरे वनडे मैच 9 फरवरी को कटक के बाराबती स्टेडियम में खेला जाना है. इस मैच के ऑफलाइन टिकटों के लिए भारी भीड़ जमा हो गई और धक्का मुक्की होने लगी. बाद में स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारों का सहारा लिया. बता दें कि, भारत बनाम इंग्लैंड के इस रोमांचक मैच के लिए ऑनलाइन टिकटों की बिक्री 2 फरवरी से शुरू हो चुकी थी.

9 फरवरी को कटक के बाराबती स्टेडियम में होने वाले भारत बनाम इंग्लैंड के दूसरे वनडे मैच के लिए ऑफलाइन टिकट लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान, स्टेडियम के बाहर भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जब हजारों क्रिकेट प्रशंसक टिकट लेने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को पानी की बौछारों का सहारा लेना पड़ा.
ऑनलाइन टिकटों की बिक्री और अराजकता
भारत बनाम इंग्लैंड के इस रोमांचक मैच के लिए ऑनलाइन टिकटों की बिक्री 2 फरवरी से शुरू हो चुकी थी. हालांकि, जिन लोगों को घंटों इंतजार करने के बाद भी टिकट नहीं मिल सके, उन्हें 5 और 6 फरवरी को ऑफलाइन टिकट खरीदने का दूसरा मौका दिया गया. जैसे ही यह सूचना फैली, प्रशंसक बुधवार सुबह से ही स्टेडियम के बाहर कतार में खड़े हो गए. कुछ तो रात को ही वहां सो गए, ताकि वे अपने पसंदीदा क्रिकेटरों को देखने का अवसर न गंवाएं.
कटक में पांच साल बाद क्रिकेट वापसी
यह मैच कटक के बाराबती स्टेडियम में लगभग पांच साल बाद हो रहा था, क्योंकि आखिरी बार 2019 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे मैच खेला गया था. उस मैच में विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया था और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे. इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच को लेकर उत्साह दोगुना था क्योंकि कटक में यह वनडे मैच करीब तीन साल में पहली बार हो रहा था, जबकि 2022 में यहां केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच खेला गया था.
ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन की विफलता और स्थानीय प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन इस भीड़ को संभालने में विफल रहा. स्थानीय लोग प्रशासन को दोषी ठहराते हुए बताते हैं कि प्रशासन ने भीड़ के लिए अपर्याप्त सुविधाएं प्रदान की थीं. खराब निकास प्रबंधन के कारण भीड़ नियंत्रण में समस्याएं उत्पन्न हुईं. ओडिशा टीवी के अनुसार, प्रशासन ने बांस के बैरिकेड्स को हटाकर आपातकालीन निकास बनाने की कोशिश की.
स्वास्थ्य समस्याएं और पानी की कमी
भीड़ में शामिल एक प्रशंसक ने बताया कि कई लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे और चार या पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. प्रशंसक ने आरोप लगाया कि पानी की कमी के कारण लोग परेशान हो रहे थे और जब उनसे पानी मांगा गया, तो कोई व्यवस्था नहीं की गई. इस स्थिति ने प्रशंसकों के बीच गुस्से और असुविधा को बढ़ा दिया.
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
स्थानीय पुलिस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्टेडियम में सुरक्षा बढ़ा दी. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के नेतृत्व में कई प्लाटून बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया. डीसीपी ने सुनिश्चित किया कि टिकट बिक्री प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अराजकता को रोका जा सके.
डीसीपी का बयान और प्रशंसकों से अपील
डीसीपी जगमोहन मीना ने स्थिति को संभालते हुए कहा, “हमने टिकट बिक्री की प्रक्रिया को तेज़ कर दिया है ताकि लोग जल्दी बाहर जा सकें. हमारा लक्ष्य है कि आधे घंटे के भीतर पूरा इलाका खाली हो जाए. मैंने सभी से धैर्य रखने की अपील की है क्योंकि कई लोग रातभर कतार में खड़े हैं. हमने लाइन में खड़े लोगों के लिए पानी की आपूर्ति का भी बंदोबस्त किया है.”