3 छक्के-2 चौके और 500 की स्ट्राइक रेट... वैभव सूर्यवंशी की बैटिंग को जिंदगी भर याद रखेंगे ईशांत शर्मा!
आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के 14 साल के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने धमाकेदार बल्लेबाजी कर सबका ध्यान खींच लिया. उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ सिर्फ 38 गेंदों पर 101 रन बनाए. उनकी स्ट्राइक रेट 265.78 रही, जिसमें 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे.

आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के युवा सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने एक शानदार पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गए इस मैच में वैभव ने 38 गेंदों पर 101 रन बनाए, और उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से ऐसा तूफान मचाया कि अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी उनकी घातक बल्लेबाजी से नहीं बच सके. वैभव की स्ट्राइक रेट इस मैच में 265.78 रही, जिसमें 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे.
उनकी यह पारी खास तौर पर इशांत शर्मा के खिलाफ यादगार बन गई. बता दें कि इशांत शर्मा भारतीय टीम के बेहतरीन गेंदबाज है. उनकी बॉलिंग के सामने टिकना दिग्गज बल्लेबाज के लिए भी चैलेंजिंग होता है लेकिन 14 साल के वैभव बेखौफ होकर उनके सामने डटे रहें.
ईशांत शर्मा के ओवर में बटोरें 28 रन
गुजरात टाइटंस के अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने राजस्थान रॉयल्स की पारी का चौथा ओवर डाला. ओवर की शुरुआत से ही वैभव सूर्यवंशी ने अपना आक्रामक रुख अपनाया. पहली गेंद पर उन्होंने डीप स्क्वायर लेग की दिशा में 65 मीटर लंबा छक्का मारा, फिर अगली गेंद पर भी छक्का जड़ा, लेकिन इस बार वह डीप मिडविकेट की दिशा में था.
इसके बाद तीसरी गेंद पर वैभव ने चौका मारा और चौथी गेंद पर कोई रन नहीं आया. फिर पांचवीं गेंद पर उन्होंने छक्का मारा, और अंत में ईशांत ने दो गेंदों पर वाइड डाली. ओवर की आखिरी गेंद पर वैभव ने एक और चौका जड़ दिया. इस तरह ईशांत शर्मा के इस ओवर में वैभव सूर्यवंशी ने कुल 28 रन बना डाले.
ईशांत शर्मा का था अंतरराष्ट्रीय करियर
ईशांत शर्मा के लिए यह ओवर एक कड़ा अनुभव था, क्योंकि वह 36 साल के हो चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका काफी लंबा अनुभव है. वहीं वैभव सूर्यवंशी का जन्म भी 2010 में हुआ था, यानी उस वक्त ईशांत क्रिकेट के सितारे थे. लेकिन 2025 में वैभव ने उन्हें अपने बैटिंग के तूफान से सीनियर को कड़ी टक्कर दी.
ईशांत शर्मा का प्रदर्शन
ईशांत शर्मा ने इस मैच में दो ओवर डाले, जिसमें से पहले ओवर में उन्होंने सिर्फ 8 रन दिए, लेकिन दूसरे ओवर में उनकी इकोनॉमी 18 रही, और उन्होंने कुल 33 रन खर्च कर दिए. यह मैच इस बात का गवाह था कि 14 साल का वैभव सूर्यवंशी किस तरह से बड़े-बड़े गेंदबाजों को भी चुनौती दे सकता है.
वैभव सूर्यवंशी की शानदार पारी
वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी ने न केवल गुजरात टाइटंस के गेंदबाजों को परेशान किया, बल्कि क्रिकेट जगत में उनके भविष्य को लेकर भी उम्मीदें बढ़ा दी हैं. यदि इस तरह की फॉर्म लगातार जारी रही, तो वह आने वाले सालों में भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा नाम बन सकते हैं. उनकी यह पारी इस बात का प्रमाण है कि क्रिकेट के युवा खिलाड़ी अब बड़े मैचों में भी दबाव को सहजता से संभाल सकते हैं.


