आगरा में चौकी प्रभारी व सिपाही ने ड्राइवर को जमकर पीटा, गुंडागर्दी का वीडियो हुआ वायरल
Agra News: आगरा में पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें एक ड्राइवर को वाहन चेकिंग के बहाने सिपाहियों ने जमकर पीटा. जिसके बाद से सिपाही पर सख्त कार्रवाई करने की मांग उठ रही है.

Agra News: आगरा में पुलिस की दबंगई एक बार फिर सुर्खियों में है. दयालबाग निवासी कारोबारी के ड्राइवर को वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ पीटा, बल्कि अगले ही दिन फिर से रोककर मारपीट की गई. सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि यह पूरी घटना कारोबारी की कार में लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वहीं पुलिस महकमे में मामले को दबाने की कोशिश भी सामने आई है.
यह कोई आम विवाद नहीं, बल्कि खाकी की हनक और आम आदमी के आत्मसम्मान की टक्कर है. कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी तो कर ली है, लेकिन चौकी प्रभारी को बचाने की कोशिशें लगातार जारी हैं. पीड़ित चालक ने चौकी प्रभारी पर थप्पड़ मारने और गाली-गलौज करने का भी आरोप लगाया है.
UP: #Agra पुलिस की चेकिंग का नया तरीका, बेरहमी से युवक की करती पिटाई
पुलिसकर्मी का कार चालक पर थप्पड़ों की बरसात करते वीडियो वायरल,घटना डेसबोर्ड के कैमरे में कैद
वीडियो में गिड़गिड़ाता दिखा युवक
@agrapolice @Uppolice @dgpup @CPAgra_ @dgpup pic.twitter.com/3oNtnIMli7— Ankit Kaushik {पत्रकार} (@ankitka96062636) October 18, 2025
क्या है पूरा मामला?
मामला मंगलवार का है. दयालबाग के ब्रजेश तिवारी, जो 'कुंदन सोप' के मालिक हैं, उनका चालक राजन खंदारी से दयालबाग की ओर कार लेकर जा रहा था. इसी दौरान खंदारी पुलिस चौकी के प्रभारी सुमित मलिक ने बापूनगर के पास बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू की. कार की खिड़कियों पर काली फिल्म लगी होने के चलते उन्होंने गाड़ी को रोका.
ड्राइवर ने तत्काल अपने मालिक को कॉल किया और गाड़ी से बाहर नहीं निकला. आरोप है कि इसी बात पर चौकी प्रभारी भड़क गए और चालक की पिटाई कर दी. घटना के बाद ब्रजेश तिवारी ने इंस्पेक्टर हरीपर्वत नीरज कुमार शर्मा से शिकायत की, जिस पर उन्हें कार्रवाई का उम्मीद दिया गया.
शिकायत करने पर फिर मारपीट
गुरुवार को जब वही ड्राइवर राजन कारोबारी की दूसरी कार लेकर दयालबाग की ओर जा रहा था, तब भी चौकी प्रभारी ने उसे फिर से उसी स्थान पर रोक लिया. जब ड्राइवर ने विरोध किया और कहा कि 'साहब कल ही तो आपने मारा था', तो चौकी प्रभारी भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे.
राजन ने जब अपने मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया, तो चौकी प्रभारी ने गुस्से में आकर उसके गालों पर थप्पड़ जड़ दिए और वीडियो डिलीट करवा दी. मामले की जानकारी मिलते ही कारोबारी ब्रजेश तिवारी मौके पर पहुंचे. चौकी प्रभारी ने चालक पर अभद्रता का आरोप लगाया, लेकिन जब कारोबारी ने कार में लगे कैमरे की रिकॉर्डिंग देखी तो सच्चाई सामने आ गई.
कैमरे में कैद हुई सच्चाई
कार की रिकॉर्डिंग में साफ दिख रहा है कि एक सिपाही गाड़ी में बैठकर चालक से मारपीट कर रहा है. मामला तेज होते ही पुलिसकर्मी इसे रफा-दफा करने की कोशिश में लग गए. कारोबारी ने जब इंस्पेक्टर को कॉल किया, तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि क्या कर लेगा? अधिक से अधिक लाइन हाजिर कर देगा.
इस बयान ने पुलिस व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. इंस्पेक्टर नीरज कुमार शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि ड्राइवर से मारपीट करने वाले सिपाही के खिलाफ उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है.
चौकी प्रभारी पर कार्रवाई की मांग
सिपाही पर कार्रवाई की बात कही जा रही है, लेकिन चौकी प्रभारी सुमित मलिक को लेकर पुलिस विभाग की चुप्पी संदेहजनक है. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि सारा दोष सिपाही पर डालकर चौकी प्रभारी को बचाया जा रहा है, जबकि पूरा घटनाक्रम उन्हीं की मौजूदगी में हुआ.
पीड़ित कारोबारी ने जताया आक्रोश
कारोबारी ब्रजेश तिवारी ने कहा कि मेरे ड्राइवर को दो बार पीटा गया. जब मैंने शिकायत की तो दोबारा उसे रोका और मारा गया. क्या एक आम आदमी को अपनी सुरक्षा के लिए वीडियो बनाना भी अब गुनाह है?
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या आम नागरिकों के अधिकार केवल कागजों तक सीमित हैं? यदि एक कारोबारी का ड्राइवर इस तरह से दो बार पीटा जा सकता है, तो आम जनता की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?


