मुंबई में भरभराकर गिरी आर्मी वेलफेयर एसोसिएशन की इमारत, 7 लोग घायल...मौके पर पहुंची दमकल और पुलिस की टीम
Mumbai Building Collapse : मुंबई के मदनपुरा इलाके में एक पुरानी इमारत जो आर्मी वेलफेयर एसोसिएशन की बताई जा रही है, उसका एक हिस्सा गिर गया. यह हादसा 22 अक्टूबर करीब 12:30 बजे हुई है. इस घटना में कुल सात लोग घायल हो गए. जिसके बाद घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं इस हादसे की जानकारी जैसे ही दमकल विभाग, स्थानीय पुलिस और नगर निगम को हुई वे सभी घटनास्थल पर पहुंच चुके है.

Mumbai Building Collapse : मुंबई के भीड़भाड़ वाले मदनपुरा इलाके में बुधवार, 22 अक्टूबर को दोपहर क़रीब 12:30 बजे एक पुरानी इमारत का हिस्सा गिरने से अफरा-तफरी मच गई. साल्वेशन आर्मी वेलफेयर एसोसिएशन की यह इमारत ग्राउंड-प्लस-वन संरचना थी, जिसकी पहली मंज़िल का एक हिस्सा अचानक ढह गया. इसके मलबे में नीचे मौजूद लोग दब गए और कई घायल हो गए. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और राहत टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं.
दमकल और BMC ने संभाला मोर्चा
दो अस्पतालों में कराया गया भर्ती
इस दुर्घटना में सात लोग घायल हुए. इनमें से दो गंभीर रूप से घायल गुलाम रसूल (24) और मोहम्मद सईद (59)—को तुरंत नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. बाकी पांच घायलों आरिफ (29), सत्तार (35), मोहम्मद (35), शम्सुल (29), और कैथरीन (45) को भाटिया अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
जर्जर संरचना और रखरखाव में लापरवाही
शुरुआती जांच में पता चला है कि इमारत की हालत बेहद खराब थी और लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं की गई थी. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह इमारत दशकों पुरानी है और इस पर स्पष्ट रूप से टूट-फूट के निशान थे. बीएमसी की तकनीकी टीम यह जांच कर रही है कि कहीं कोई अवैध निर्माण या ढांचागत बदलाव तो इसका कारण नहीं बना.
सुरक्षा ऑडिट की रिपोर्ट का इंतजार
नगर निगम के इंजीनियरों ने प्रभावित इमारत का सुरक्षा ऑडिट शुरू कर दिया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. यह देखा जा रहा है कि क्या इमारत रहने लायक है या इसे पूरी तरह से गिराना होगा. अधिकारियों ने यह भी कहा है कि पूरे क्षेत्र की अन्य पुरानी इमारतों का भी निरीक्षण किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
मुंबई की पुरानी इमारतों के लिए चेतावनी
मुंबई में इस तरह की घटनाएं कोई नई नहीं हैं, लेकिन हर बार जान-माल का नुकसान होते देख यह सवाल उठता है कि क्या हमारी नगर निकाय व्यवस्था समय रहते चेतावनी संकेतों को पहचान पा रही है? मदनपुरा की यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि मुंबई की उन सैकड़ों जर्जर इमारतों के लिए चेतावनी है, जो कभी भी ध्वस्त हो सकती हैं.


