बिहार विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने कसी कमर, 125 सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार...25 वर्तमान विधायकों के काटे नाम
BJP Bihar candidate list 2025 : भारतीय जनता पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 125 सीटों पर संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार की है. प्रत्येक सीट पर तीन नामों का चयन किया गया है. दिल्ली में 11-12 अक्टूबर को अंतिम निर्णय होगा. पार्टी ने प्रदर्शन व शिकायतों के आधार पर 25 मौजूदा विधायकों को सूची से बाहर किया है. चयन में प्रत्याशियों की सक्रियता, संगठनात्मक भागीदारी और क्षेत्रीय प्रभाव को प्राथमिकता दी गई है.

BJP Bihar candidate list 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. बुधवार शाम पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में हुई मैराथन बैठक के बाद 125 सीटों पर संभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार कर ली गई है. इस सूची में हर विधानसभा क्षेत्र के लिए औसतन तीन-तीन नाम तय किए गए हैं. यह सूची अब केंद्रीय चुनाव समिति और केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जाएगी, जहां अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
11-12 अक्टूबर को दिल्ली में होगी बैठक
25 मौजूदा विधायकों के नाम सूची से हटाए गए
बैठक की सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि भाजपा ने 25 मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट की दौड़ से बाहर कर दिया है. इन विधायकों के खिलाफ क्षेत्रीय शिकायतें, निष्क्रियता, जनसंपर्क की कमी और संगठनात्मक असहयोग जैसे कारणों से यह निर्णय लिया गया. पार्टी नेतृत्व यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आगामी चुनावों में अधिक प्रभावशाली और कार्यकुशल चेहरे मैदान में हों.
2020 की 110 सीटों के अलावा अन्य सीटों पर भी चर्चा
बैठक में उन 110 सीटों पर भी मंथन किया गया, जिन पर भाजपा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में प्रत्या1शी उतारे थे. इसके अलावा, मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी को दी गई 11 सीटें और अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए चार विधायकों की सीटों पर भी उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया हुई. पार्टी की मंशा है कि गठबंधन या अन्य कारणों से जो सीटें उसके खाते में आई थीं, उन पर भी मजबूत दावेदारों को उतारा जाए.
उम्मीदवारों के चयन के लिए कई पहलुओं पर विचार
बैठक में प्रत्याशियों के चयन को लेकर बेहद गंभीरता से चर्चा की गई. प्रत्याशी की जनता में पकड़, पिछले कार्यकाल का प्रदर्शन, संगठन के लिए योगदान, जनसंपर्क, सत्ता विरोधी लहर से लड़ने की क्षमता जैसे बिंदुओं को प्रमुखता दी गई. पार्टी नेतृत्व की प्राथमिकता है कि नए चेहरे ऐसे हों जो जमीनी हकीकत को समझते हों और पार्टी के साथ लंबे समय से सक्रिय रूप से जुड़े रहे हों.
नेतृत्व में शामिल रहे कई दिग्गज
इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की. साथ ही बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, मंगल पांडेय, संजय जायसवाल और चुनाव समिति के सचिव प्रेमरंजन पटेल जैसे वरिष्ठ नेता भी बैठक में मौजूद रहे. तीन घंटे से अधिक चली इस बैठक में सभी नेताओं ने अपने-अपने अनुभव और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर सुझाव दिए.
युवा, सक्रिय और साफ छवि वाले चेहरे
भाजपा इस बार के विधानसभा चुनाव को युवा और नई सोच के साथ लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है. टिकट उन्हीं को मिलेगा, जिनकी छवि साफ हो, जो जनता के बीच काम करने में सक्षम हों और पार्टी के विचारधारा से गहराई से जुड़े हुए हों. पार्टी नेतृत्व मानता है कि सत्ता विरोधी लहर को मात देने के लिए नए और उत्साही चेहरों की जरूरत है.


