चमनौर साहिब को मिला बड़ा तोहफा, CM मान ने सब-डिविजनल अस्पताल का किया उद्घाटन
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चमनौर साहिब में सब-डिविजनल अस्पताल का उद्घाटन कर जनता को स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी सौगात दी. उन्होंने ऐतिहासिक धरती को नमन करते हुए कहा कि यहां के लोगों को अब ‘मांग पत्र’ नहीं बल्कि ‘अधिकार पत्र’ मिलना चाहिए. महिलाओं की भागीदारी की सराहना करते हुए, उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि उनकी सरकार जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रही है.

Bhagwant Mann hospital inauguration : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज चमनौर साहिब की जनता को एक अहम स्वास्थ्य सेवा का तोहफा दिया. उन्होंने यहाँ सब-डिविजनल अस्पताल का उद्घाटन किया, जिससे अब स्थानीय लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा उनके अपने क्षेत्र में ही मिलेगी. इस अस्पताल में अब मरीजों को दवाइयों के साथ-साथ अन्य आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलेंगी, जिससे उन्हें शहरों की ओर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
इतिहास से जुड़ी धरती पर गर्व जताया
'मांग पत्र नहीं, अधिकार पत्र चाहिए'
इसके साथ ही भगवंत मान ने कार्यक्रम के दौरान लोगों और विधायकों द्वारा सौंपे गए मांग पत्रों को लेकर एक नई सोच प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि इस पवित्र धरती ने इतने बलिदान दिए हैं कि यहाँ मांग पत्र नहीं बल्कि अधिकार पत्र मिलने चाहिए. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को जो भी सुविधा मिले, वह उनका अधिकार है, कोई दया या उपकार नहीं. उन्होंने मंच से यह भी कहा कि अब से लोग इसे 'मांग पत्र' नहीं बल्कि 'अधिकार पत्र' कहें.
महिलाओं की भागीदारी की सराहना
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आई महिलाओं की भागीदारी को भी सराहा. उन्होंने कहा कि महिलाएं अगर घर के बिना काम नहीं चला सकतीं, तो देश भी उनके बिना नहीं चल सकता. उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे ऐसी जनसभाओं में हिस्सा लें और जानें कि सरकार क्या कर रही है. यह लोकतंत्र को मजबूत करता है और समाज को जागरूक बनाता है.
विपक्ष पर सीधा हमला
वहीं, इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संबोधन में पिछली सरकारों पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने सिर्फ दिखावे के काम किए. उन्होंने यह तक कहा कि उन्होंने घरों को वीरान छोड़ दिया, उनमें डामर बिछा दिए और रंग-बिरंगी ईंटों को सफेद कर दिया. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष हमसे पूछता है कि हम कहाँ से आए हैं, और हमारा जवाब होता है कि हम थके-हारे लोग हैं, जो जनता के दुःखों को देखकर सरकार में आए हैं. अगर पिछली सरकारें अच्छा काम करतीं, तो हमें आने की जरूरत ही नहीं पड़ती.
मकसद दिखावा नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव
मुख्यमंत्री भगवंत मान का चमनौर साहिब में यह दौरा न सिर्फ एक स्वास्थ्य सुविधा की शुरुआत थी, बल्कि यह एक भावनात्मक और वैचारिक संदेश भी था. उन्होंने अपने भाषण में इतिहास, अधिकार, महिलाओं की भूमिका और विरोधियों की विफलता — इन सभी पहलुओं को जोड़ा. उनका यह संदेश साफ था कि उनकी सरकार लोगों के अधिकारों को प्राथमिकता देती है, और उनका मकसद दिखावे से नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव से है.


