करोड़पति टीचर...27 साल की नौकरी में कमाए 38 लाख, लेकिन छापे में मिले 52 प्लॉट, 21 दुकानें समेत ₹8 करोड़ की प्रॉपर्टी
EOW ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि शिक्षक के नाम पर 8 करोड़ से भी ज्यादा भी संपत्ति है. छापे में दुकानें, घर, कार, सोना-चांदी, ट्रक-ट्रैक्टर और भी अन्य भी चीजें शामिल हैं. आय से अधिक संपत्ति के आरोप में दर्ज मामले के तहत यह कार्रवाई की गई है. सुरेश सिंह भदौरिया ने अपने सेवाकाल में लगभग 38 लाख 44 हजार रुपए वेतन के रुप में कमाए हैं.

मध्यप्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के बाद अब एक प्राइमरी स्कूल टीचर के पास करोड़ों की दौलत मिली है. शिवपुरी जिले के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर के ठिकानों पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की छापा मार कार्रवाई में आय से अधिक 8.36 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी पाई गई है.
EOW ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि शिक्षक के नाम पर 8 करोड़ से भी ज्यादा भी संपत्ति है. छापे में दुकानें, घर, कार, सोना-चांदी, ट्रक-ट्रैक्टर और भी अन्य भी चीजें शामिल हैं. आय से अधिक संपत्ति के आरोप में दर्ज मामले के तहत यह कार्रवाई की गई है.
52 प्लॉट की मिली रजिस्ट्री
ईओडब्ल्यू को छापे में शिक्षक के घर से एजेंसी को एक रिहायशी भवन और 11 दुकानें जिसकी अनुमानित कीमत 1 करोड़ 70 लाख, पिछोर रोड पर 10 दुकानें जिनकी अनुमानित कीमत 1 करोड़ रुपए, 52 प्लॉट से संबंधित रजिस्ट्री अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपए के बारे में पता चला है.
यह भी मिला
इसके अलावा चंल संपत्ति में नगद- 4 लाख 71 हजार 370 रुपए, 371 ग्राम सोना, 2 किलो 826 ग्राम चांदी, एक ट्रक, एक स्कॉर्पियो, एक ट्रैक्टर, 5 थ्रेसर, एक टैंकर, चार ट्रॉली, और अन्य चीजें बरामद की गई हैं. इन सबकी कीमत करोड़ो रुपए है. इसके अलावा 12 बैंक खातों की पासबुक भी मिली हैं.
38 लाख सैलरी से कमाए
ईओडब्ल्यू के अनुसार, सुरेश सिंह भदौरिया ने अपने सेवाकाल में लगभग 38 लाख 44 हजार रुपए वेतन के रुप में कमाए हैं. लेकिन, छापे में मिली संपत्तियों की अनुमानित कीमत 8 करोड़ 36 लाख 32 हजार रुपए है. आरोपी शिक्षक ने वैध आय से 7 करोड़ 98 लाख 28 हजार रुपए की अधिक संपत्ति अर्जित की है. छापे में मिले दस्तावेजों के संबंध में एजेंसी जानकारी जुटी रही है.
भौंती में आकर बस गए थे
शिक्षक सुरेश सिंह भदौरिया भिंड जिले के रहने वाले हैं. सालों पहले वह भौंती में आकर बस गए थे. सुरेश वर्ग तीन के शासकीय शिक्षक है, जो कैडर गांव के प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ हैं. टीचर बनने के पहले सुरेश राशन की दुकान चलाते थे, फिर वो जमीन खरीदी का काम भी करने लगे थे. सुरेश सिंह भदौरिया पर हरिजन एक्ट सहित आधा दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हैं. बता दें कि सुरेस सिंह ने भौंती थाना की जमीन को अपना बता कर कब्जा कर लिया था. उन्होंने कोर्ट में दावा भी पेश किया था, लेकिन वह कोर्ट में केस हार गए.
'करोड़पति सिपाही' सलाखों के पीछे
इससे पहले मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा चर्चा में रहा. सौरभ फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है. दरअसल, लोकायुक्त पुलिस ने बीती साल 18 और 19 दिसंबर को सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग ने अलग-अलग जांच शुरू की. छापों के दौरान 7.98 करोड़ रुपए की चल संपत्तियां, 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलोग्राम चांदी जब्त की गई.
भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित शर्मा के आवास से लोकायुक्त पुलिस ने 1.15 करोड़ रुपए नकद (विदेशी मुद्रा सहित), 50 लाख रुपए के आभूषण और 2.21 करोड़ रुपए मूल्य की अन्य संपत्तियां बरामद कीं. इसके अलावा, सौरभ शर्मा के कार्यालय पर छापेमारी में 1.72 करोड़ रुपये नकद, 234 किलोग्राम चांदी (मूल्य 2.10 करोड़ रुपये) और 3 करोड़ रुपए की अन्य संपत्तियां जब्त की गईं.
एक अन्य कार्रवाई में 19 दिसंबर को आयकर विभाग ने भोपाल के बाहरी इलाके में सौरभ शर्मा के सहायक गौड़ की कार से 10 करोड़ रुपए से अधिक नकद और 50 किलोग्राम से ज्यादा सोना जब्त किया. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि सौरभ शर्मा पर आरोप है कि उसने भ्रष्ट तरीकों से बड़ी मात्रा में धन अर्जित किया और कई संपत्तियां खरीदीं. उसने अपनी मां, पत्नी, साली और करीबियों, गौड़ और जायसवाल के नाम पर एक स्कूल और एक होटल भी खोला.


