महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद शरद पवार गुट की बड़ी बैठक, चुनाव में धांधली को बताया हार की वजह
Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद एनसापी शरद पवार गुट के नेताओं ने बड़ी बैठक की. बैठक में पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया. बैठक में सर्वसम्मति से विधायक जितेंद्र आव्हाड को विधानसभा में पार्टी के गुट का नेता चुना गया.

Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को पार्टी नेताओं और नवनिर्वाचित विधायकों के साथ अहम बैठक की. इस बैठक में पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया और विधानसभा में गुट के नेता व मुख्य सचेतक के पदों पर नियुक्तियां कीं. पार्टी का कहना है कि चुनाव के दौरान वोटिंग में हुई अनियमितताएं चिंताजनक हैं, जिन्हें लेकर गहन जांच की आवश्यकता है.
मुंबई में हुई इस बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. बैठक के दौरान पार्टी ने कई संगठनात्मक फैसले लिए और महाराष्ट्र के प्रमुख मुद्दों पर सरकार से कड़े सवाल उठाए.
जितेंद्र आव्हाड बने विधायक दल के नेता
बैठक में सर्वसम्मति से विधायक जितेंद्र आव्हाड को विधानसभा में पार्टी के गुट का नेता चुना गया. वहीं, विधायक रोहित पाटिल को मुख्य सचेतक और उत्तम जानकर को व्हिप के रूप में नियुक्त किया गया. जयंत पाटिल ने बताया कि नवनिर्वाचित 10 विधायकों में से 9 विधायक बैठक में उपस्थित थे. संदीप क्षीरसागर क्षेत्रीय कार्यक्रम के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति दी.
चुनाव में धांधली का आरोप
जयंत पाटिल ने बैठक के बाद कहा कि चुनाव में शाम 5 बजे के बाद वोटिंग प्रतिशत में असामान्य वृद्धि हुई, जो गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई निर्वाचन क्षेत्रों में गड़बड़ी के मामले सामने आए. उन्होंने राजू खरे के निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां दो युवकों को लैपटॉप के साथ पकड़ा गया था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई.
सरकार पर साधा निशाना
पार्टी ने सरकार पर 'लाडकी बहिन योजना' के तहत महिलाओं की संख्या कम करने का आरोप लगाया. जयंत पाटिल ने कहा कि 65 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए. साथ ही सोयाबीन किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य न मिलने पर भी सरकार की आलोचना की.
सरकार गठन में हो रही देरी पर चिंता
जयंत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में जल्द से जल्द सरकार बननी चाहिए. उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण में देरी हो रही है और अगर हमारी सरकार होती, तो 26 नवंबर तक शपथ ले ली जाती.
जनता का आभार और आंदोलन की तैयारी
पार्टी ने जनता के समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया और चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी. पाटिल ने बैलेट पेपर के उपयोग की मांग करते हुए कहा कि अतिरिक्त मतदान की गहन जांच होनी चाहिए.


