समस्तीपुर में एक्साइज विभाग की बड़ी कार्रवाई, जमीन के नीचे छिपे 'सीक्रेट तहखाने' से 955 लीटर विदेशी शराब बरामद
बिहार के समस्तीपुर में शराब माफिया ने पुलिस को चकमा देने के लिए गजब का दिमाग लगाया. इन्होंने खेत के बीचों-बीच जमीन खोदकर एक गुप्त तहखाना बना डाला, जो बिल्कुल फिल्मी अंदाज में था. ऊपर से देखो तो सिर्फ साधारण मिट्टी का टीला, लेकिन अंदर पूरा गोदाम भरा पड़ा था. हज़ारों लीटर देशी-विदेशी शराब की बोतलें और पव्वे.

बिहार: बिहार के समस्तीपुर जिले में शराब माफिया के खिलाफ एक्साइज विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है. कर्पूरीग्राम थाना क्षेत्र के नीरपुर वार्ड संख्या-1 में टीम को सूचना मिली थी कि इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार हो रहा है. छापेमारी के दौरान विभाग की टीम को जमीन के नीचे बनाए गए गुप्त तहखाने का पता चला, जिसमें 955 लीटर विदेशी शराब छिपाकर रखी गई थी. इस कार्रवाई का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक्साइज विभाग की टीम तहखाने से शराब निकालते हुए नजर आ रही है.
यह कार्रवाई शराब माफियाओं के मंसूबों पर बड़ा झटका मानी जा रही है. अधिकारियों ने कहा कि अवैध शराब तस्करी पर रोक लगाने के लिए ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे.
जमीन के नीचे 'सीक्रेट तहखाना' बनाकर शराब माफिया का अनोखा जुगाड़, छापेमारी के दौरान पुलिस ने तीन साइज की विदेशी शराब जब्त की. रॉयल स्टैग और रॉयल चैलेंज जैसी महंगी ब्रांड शामिल हैं. pic.twitter.com/0tLx5IWg0U
— Yashpal Singh Sengar यशपाल सिंह सेंगर (@YASHPALSINGH11) December 7, 2025
तीन ब्रांड की विदेशी शराब बरामद
मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर नीरपुर वार्ड से तीन ब्रांड की विदेशी शराब जब्त की. इसमें रॉयल स्टैग और रॉयल चैलेंज जैसी महंगी ब्रांड शामिल हैं. छापेमारी का नेतृत्व अवर निरीक्षक मुकेश कुमार ने किया. विभाग के मुताबिक, यह शराब जमीन के नीचे गुप्त तहखाने में छिपाकर रखी गई थी, ताकि किसी की नजर न पड़े.
गुप्त तहखाना का राज
उत्पाद विभाग ने बताया कि शराब माफियाओं ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए जमीन खोदकर तहखाना तैयार किया था. तहखाना इस तरह बनाया गया कि ऊपर से सामान्य जमीन जैसी दिखाई देती थी और किसी को इसकी भनक भी नहीं लगती थी. उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जिले में शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए आगे भी ऐसे अभियान और भी तेज किए जाएंगे. इस बेहद चालाकी से बनाए गए गुप्त तहखाने के पकड़े जाने से शराब माफियाओं की योजनाओं पर बड़ा असर पड़ा है.
बिहार में 2016 से शराब पर प्रतिबंध
बिहार में 2016 से शराब पर पूर्ण प्रतिबंध है. इस कानून का उद्देश्य शराब के दुरुपयोग को रोकना और सामाजिक सुधार लाना है. राज्य में शराब की बिक्री, खरीद, वितरण, निर्माण, भंडारण, बोतलिंग, परिवहन, संग्रह और सेवन पर पूरी तरह से रोक है. शराब माफिया इस प्रतिबंध को चकमा देने के लिए लगातार नए जुगाड़ करते रहते हैं. पिछले दिनों भी एक एंबुलेंस में शराब तस्करी का मामला सामने आया था. वर्तमान कार्रवाई अवैध शराब तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.


