Mokama News: मोकामा में तनाव...दुलारचंद की शवयात्रा में फिर चली गोली, भारी पुलिसफोर्स तैनात
मोकामा में जनसुराज कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद तनाव फैल गया. शव यात्रा के दौरान फायरिंग और पत्थरबाजी हुई. परिवार ने बाहुबली अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जबकि क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है.

मोकामाः बिहार के मोकामा में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं. शुक्रवार को जब दुलारचंद का शव अंतिम यात्रा के लिए लाया जा रहा था, तभी माहौल अचानक हिंसक हो गया. शव यात्रा के दौरान फायरिंग और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई.
शव यात्रा में फिर चली गोलियां
जानकारी के अनुसार, जब दुलारचंद यादव के समर्थक उनका शव लेकर तारतार गांव से लौट रहे थे, तभी पंडारक क्षेत्र में दो गुटों के बीच टकराव हो गया. समर्थकों का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पहले पत्थरबाजी की और उसके बाद गोली चलाना शुरू कर दिया. दोनों ओर से तनाव बढ़ने पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है. फिलहाल मोकामा के टाल क्षेत्र में तनाव बना हुआ है और इलाके में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
हत्या के पीछे राजनीतिक रंजिश
स्थानीय लोगों के मुताबिक, दुलारचंद यादव मोकामा से जनसुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया के करीबी समर्थक थे. वे लगातार जनसुराज पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे और एनडीए प्रत्याशी तथा बाहुबली नेता अनंत सिंह के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे थे. इसी राजनीतिक विरोध को लेकर गुरुवार को तारतार गांव में उनकी बेरहमी से पिटाई की गई और फिर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
दुलारचंद के परिवार का आरोप है कि यह हत्या अनंत सिंह और उनके समर्थकों की साजिश है. परिवार ने कहा कि दुलारचंद लोकतांत्रिक तरीके से राजनीतिक संघर्ष कर रहे थे, लेकिन उनकी आवाज को हिंसा के जरिए दबाने की कोशिश की गई.
पोते रविरंजन ने क्या कहा?
दुलारचंद यादव के पोते रविरंजन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे दादा ने हमेशा जनता की आवाज उठाई. वे किसी से डरते नहीं थे. लेकिन अनंत सिंह के लोगों ने उन्हें पहले मारा-पीटा और फिर गोली मार दी. अब मुझे भी अपनी जान का खतरा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है. असली अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है.
ग्रामीणों का गुस्सा
दुलारचंद के घर की महिलाओं और ग्रामीणों ने भी पुलिस प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुलिस शुरू से ही घटना को दबाने की कोशिश कर रही थी. ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पहले ही सुरक्षा दी गई होती, तो यह हत्या टल सकती थी.
पुलिस की कार्रवाई
परिवार की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और इसमें अनंत सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची है. मोकामा के तारतार गांव और आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
राजनीतिक हलचल
यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है. विपक्षी दलों ने सरकार पर कानून-व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण है. स्थानीय नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन गांवों में अब भी माहौल तनावपूर्ण है.


