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हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी, 116 लोगों की मौत, 230 से अधिक सड़कें बंद... 1220 करोड़ का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जनजीवन प्रभावित है. राज्य में अब तक 230 से अधिक सड़कें बंद हो चुकी हैं और बिजली-पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है. मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. अब तक 116 लोगों की मौत, 199 घायल और 35 लोग लापता हैं.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

हिमाचल प्रदेश में इस समय मानसून का प्रकोप लगातार बना हुआ है. भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राज्य के कई जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं. 

बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित

लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते प्रदेश में 230 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं. इनमें मंडी जिले में सबसे ज्यादा 121 सड़कें, कुल्लू में 23 सड़कें और सिरमौर में 13 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा, 81 बिजली ट्रांसफार्मर और 61 जल आपूर्ति योजनाएं भी बंद पड़ी हैं.

3 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी

भारत मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है. इसके लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. खासकर पहाड़ी और भूस्खलन-प्रवण इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

199 घायल और 35 लोग लापता

मानसून सीजन की शुरुआत से अब तक हिमाचल प्रदेश में 116 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें से 68 मौतें सीधे बारिश और आपदाओं के कारण हुई हैं. वहीं, 48 लोगों की मौत अन्य बारिश से जुड़ी घटनाओं (जैसे दृश्यता की कमी या फिसलन) से हुई है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, अब तक 199 लोग घायल हुए हैं और 35 लोग लापता हैं.

ये जिले सबसे अधिक प्रभावित

इस बार मानसून से मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. सड़क, पुल, जल स्रोत और अन्य बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा है. केवल 19 जुलाई को मंडी में 153 सड़कें बंद रहीं, जबकि कुल्लू में 39 सड़कें और सिरमौर में एनएच-707 को भूस्खलन के कारण बंद किया गया है. प्रशासन और संबंधित एजेंसियां सड़कें खोलने, बिजली-पानी बहाल करने और मलबा हटाने के काम में लगातार जुटी हुई हैं.

 IMD ने जारी किया येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि रविवार तक राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है. इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही लोगों को सावधानी बरतने की भी सलाह दी गई है.

1,220 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान

सरकारी आकंड़ों के अनुसार इस बार हिमाचल प्रदेश को इस मानसून में 1,220 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. इस सीजन में 22 बादल फटने की घटना हुई है, 31 बार अचानक से बाढ़ आए है इसके साथ ही 19 बार भूस्खलन हुए है.

सतर्क रहें, सुरक्षित स्थानों पर रहें

राज्य सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना जरूरी कारण घर से बाहर न निकलें. विशेष रूप से नदी, नालों और जल स्रोतों के आसपास जाने से बचने की सलाह दी गई है. एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं.

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19 July 2025, 05:38 PM IST

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