पापा, अगर आप न होते तो ये पार्टी भी नहीं होती...तेज प्रताप यादव ने RJD समेत परिवार के सदस्यों को X से किया अनफॉलो
तेज प्रताप यादव ने पारिवारिक और राजनीतिक विवाद के बीच राजद और परिजनों को 'X' पर अनफॉलो किया. पार्टी से निष्कासन के बाद उन्होंने भावुक अपील की और बिहार विधानसभा में पहली बार दिखे. उन्होंने "सादा जीवन, उच्च विचार" की बात कर अपनी छवि को गंभीर रूप देने की कोशिश की.

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पारिवारिक और राजनीतिक विवादों के बीच शुक्रवार को सोशल मीडिया पर बड़ा कदम उठाया. उन्होंने राजद के आधिकारिक ‘X’ (पूर्व ट्विटर) हैंडल को अनफॉलो कर दिया. इसके साथ ही, उन्होंने अपनी बहनों मीसा भारती, राज लक्ष्मी यादव, हेमा यादव और अन्य पारिवारिक सदस्यों को भी अनफॉलो कर दिया.
हालांकि, तेज प्रताप ने अपने पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी और छोटे भाई तेजस्वी यादव को फ़ॉलो करना जारी रखा है. इसके अलावा, वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अभिनेता रितेश देशमुख को भी फॉलो करते हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि उनका झुकाव अब पारिवारिक राजनीति से हटकर एक अलग दिशा में हो सकता है.
राजद से निकाले गए
मई 2025 में तेज प्रताप को उनके 'गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार' के चलते राजद संरक्षक लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था. लालू यादव ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि तेज प्रताप की गतिविधियाँ और आचरण राजद के पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं के अनुकूल नहीं हैं. एक आधिकारिक 'X' पोस्ट में लालू ने स्पष्ट किया, "अब से तेज प्रताप का पार्टी और परिवार में कोई स्थान नहीं है. उन्हें छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है."
भावुक अपील
इस निर्णय के बाद तेज प्रताप ने एक भावनात्मक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने लालू और राबड़ी देवी को भगवान से भी बढ़कर बताया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ "जयचंद जैसे लालची लोग" उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं और राजनीति का शिकार बना रहे हैं. उन्होंने लिखा, "पापा, अगर आप न होते तो ये पार्टी भी नहीं होती. मम्मी-पापा, आप हमेशा स्वस्थ और खुश रहें. आप मेरे लिए सब कुछ हैं." इस पोस्ट से तेज प्रताप की मानसिक स्थिति और उनके अकेलेपन का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
बिहार विधानसभा में दिखी मौजूदगी
पार्टी से निष्कासन के बाद तेज प्रताप पहली बार मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर पहुंचे, लेकिन वह सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सके. उन्होंने कुछ समय परिसर में बिताया और फिर वापस लौट गए. बाद में उन्होंने कहा कि वे आगामी दिनों में सदन की कार्यवाही में भाग ले सकते हैं.
सादा जीवन, उच्च विचार की बात
तेज प्रताप ने अपनी पहचान को लेकर कहा, "मैं हमेशा सादा जीवन, उच्च विचार में विश्वास रखता हूं. इसलिए मेरी पोशाक भी साधारण होती है." उनके इस बयान से यह जाहिर होता है कि वे अपनी सार्वजनिक छवि को अब गंभीर और दार्शनिक रूप देना चाहते हैं.


