बिना टिकट लाल किला में घुसने की कोशिश, पुलिस ने 5 बांग्लादेशी नागरिकों को किया गिरफ्तार
दिल्ली के लाल किले के पास सुरक्षा जांच के दौरान पांच बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, जो अवैध रूप से भारत में पिछले कुछ महीनों से रह रहे थे. स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा कड़ी होने के चलते वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें बांग्लादेश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया जारी है. यह घटना दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी खड़े करती है.

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार को सुरक्षा एजेंसियों ने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया. ये युवक यहां घूमने की नीयत से पहुंचे थे, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि सुरक्षा कारणों के चलते 15 जुलाई से ही लाल किला आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है. जब वे लाल किले के पास पहुंचे तो सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रूटीन चेकिंग के दौरान रोका और पूछताछ शुरू की.
भारत में अवैध रूप से रह रहे थे
स्वतंत्रता दिवस को लेकर सतर्क है दिल्ली पुलिस
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हैं और झंडारोहण करते हैं. ऐसे में पूरे इलाके में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है और आम जनता का प्रवेश भी प्रतिबंधित है. यही वजह है कि बिना अनुमति और वैध दस्तावेजों के मौजूद इन युवकों पर पुलिस की नजर तुरंत पड़ी.
शुरू हुई डिपोर्टेशन की प्रक्रिया
फिलहाल पुलिस ने इन सभी बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विदेशी नागरिक कानून के तहत केस दर्ज कर लिया है. साथ ही, इन्हें उनके देश वापस भेजने यानी डिपोर्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. दिल्ली पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे भारत में कैसे दाखिल हुए, और क्या इसके पीछे कोई नेटवर्क काम कर रहा है.
सवालों के घेरे में दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था
इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर ये युवक भारत की सीमा पार कर यहां तक कैसे पहुंचे और तीन-चार महीने तक बिना किसी रोकटोक के राजधानी में कैसे रह रहे थे? यह भी जांच का विषय है कि क्या इनके पीछे कोई मानव तस्करी रैकेट या अवैध घुसपैठ कराने वाला गिरोह काम कर रहा है. पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस दिशा में जांच को आगे बढ़ा रही हैं.


