RTI से खुलासा, डिसिल्टिंग में हुए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए दस्तावेज नष्ट कर रही BJP सरकार... सौरभ भारद्वाज का बड़ा आरोप
दिल्ली में नालों की डिसिल्टिंग में कथित करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने RTI के जरिए जानकारी मांगी, लेकिन जवाब मिला कि संबंधित पत्र मिला ही नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार ऑडिट रिपोर्ट छिपा रही है और दस्तावेज़ नष्ट कर रही है. हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद थर्ड-पार्टी ऑडिट नहीं कराई गई.

Delhi Desilting Scam : आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने राजधानी में नालों की सफाई (डिसिल्टिंग) को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की भाजपा सरकार ने नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन बरसात के दौरान शहर में भारी जलभराव देखने को मिला. उन्होंने यह सवाल उठाया कि जब सफाई हुई थी, तो फिर बारिश में सड़कों पर पानी क्यों भर गया और लोगों की जान क्यों गई?
RTI से उठे सवाल, दस्तावेज "गायब"
दस्तावेज नष्ट करने का आरोप
जलभराव बना मौत की वजह
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि हाल ही में रक्षा बंधन के दिन दिल्ली में जलभराव के कारण सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे. एक ढाई साल का बच्चा खुले सीवर में गिरकर डूब गया, जिसे उसकी बहनों ने राखी बांधने के लिए खोजा था. उन्होंने इसे साफ संकेत बताया कि नालों की सफाई केवल कागज़ों पर हुई थी.
सरकार की चुप्पी पर उठे सवाल
सौरभ ने सवाल किया कि यदि सरकार के पास छिपाने को कुछ नहीं है, तो वह थर्ड पार्टी ऑडिट से क्यों भाग रही है? क्यों बार-बार पत्र लिखे जाने और RTI दाखिल करने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया जा रहा? उन्होंने भाजपा, एलजी और गृह मंत्रालय को इस चुप्पी का साझेदार करार दिया.
AAP की मांग और अगला कदम
AAP ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से इस मामले में तत्काल जवाब देने की मांग की है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पार्टी RTI के सभी दस्तावेज और जवाब सार्वजनिक करेगी ताकि जनता सच्चाई जान सके. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अब भी चुप्पी नहीं तोड़ी, तो पार्टी न्यायिक कार्रवाई का सहारा लेगी.
यह पूरा मामला इस ओर इशारा करता है कि दिल्ली में नालों की सफाई को लेकर भ्रष्टाचार की परतें गहराई से छिपी हुई हैं. अगर AAP के दावों में सच्चाई है, तो यह न केवल जनता के पैसे की बर्बादी है, बल्कि जानलेवा लापरवाही का मामला भी है. जनता अब इस घोटाले की सत्यता और जिम्मेदारी तय किए जाने की मांग कर रही है.


