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अरे इसमें तो जयचंदवा भी बैठा हुआ है...जब तेज प्रताप यादव के सामने आया तेजस्वी यादव का हेलीकॉप्टर तो संजय यादव पर किया व्यंग्य

बिहार में लालू परिवार की सियासी कलह फिर सामने आई है. तेज प्रताप यादव ने भाई तेजस्वी और उनके सहयोगी संजय यादव पर निशाना साधते हुए ‘जयचंद’ कहा. तेजस्वी ने पलटवार कर पार्टी को सर्वोपरि बताया, जबकि तेज प्रताप ने जनता को असली मालिक बताया, जिससे आरजेडी में तनाव बढ़ गया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पटनाः बिहार की राजनीति में एक बार फिर लालू प्रसाद यादव के परिवार की कलह सुर्खियों में है. आरजेडी के दो सबसे चर्चित चेहरे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव अब खुलेआम एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी और प्रचार करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. जहां तेजस्वी संगठन और पार्टी की एकजुटता का संदेश देने की कोशिश में हैं, वहीं तेज प्रताप लगातार अपने छोटे भाई और उनके सहयोगियों पर निशाना साध रहे हैं.

'जयचंद' विवाद से भड़का सियासी माहौल

तेज प्रताप यादव हाल के दिनों में बार-बार तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी संजय यादव को जयचंद कहकर संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कई जनसभाओं और इंटरव्यू में खुले मंच से यह आरोप लगाया कि संजय यादव पार्टी में फूट डाल रहे हैं और उनके भाई को गुमराह कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने इस विवाद को और तूल दे दिया है. यह वीडियो यूट्यूबर समदीष भाटिया के चैनल ‘अनफिल्टर्ड बाय समदीष’ के एक इंटरव्यू का हिस्सा है, जिसमें तेज प्रताप अपनी प्रचार बस में बैठे नजर आते हैं. तभी वे एक हेलीकॉप्टर को देखते हैं जिसमें तेजस्वी यादव और संजय यादव बैठे होते हैं. वीडियो में तेज प्रताप अपने सहयोगी से कहते हैं, “अरे इसमें तो जयचंदवा भी बैठा हुआ है.”

तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज

वीडियो में तेज प्रताप का व्यंग्य यहीं नहीं रुकता. जब उनका सहयोगी कहता है कि उधर तेजस्वी का जहाज चालू है, उधर मत उतरिएगा, तो तेज प्रताप जवाब देते हैं, “वो तेजस्वीजी का जहाज नहीं है, वो तो सिर्फ सवारी हैं.” इसके बाद वह अपने सहयोगी से पूछते हैं, “आप किस टीम में हैं?” सहयोगी जब जवाब देता है कि हम आपकी टीम में हैं, तो तेज प्रताप कहते हैं, “तो फिर हमारी ही चर्चा करेंगे.” यह बयान आरजेडी के अंदर दो गुटों की ओर साफ इशारा करता है. एक तेजस्वी समर्थक और दूसरा तेज प्रताप समर्थक.

महुआ की सभा में तेजस्वी का पलटवार

रविवार को महुआ में चुनावी सभा के दौरान तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई पर बिना नाम लिए तीखा पलटवार किया. उन्होंने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता. लालू यादव ने महुआ से मुकेश रौशन को टिकट दिया है. पार्टी ही माई-बाप है, पार्टी है तो सब कुछ है, पार्टी नहीं तो कोई कुछ नहीं. तेजस्वी का यह बयान पार्टी में अनुशासन और नेतृत्व की प्राथमिकता पर जोर देने वाला था, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे तेज प्रताप पर सीधा तंज माना गया.

तेज प्रताप का जवाब

तेजस्वी के इस बयान के कुछ घंटों बाद ही तेज प्रताप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, “हमारे छोटे और नादान भाई ने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता, लेकिन हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि पार्टी से बड़ी हमारी आदरणीय जनता मालिक होती है.” तेज प्रताप के इस बयान से साफ है कि वे अब अपनी राजनीतिक राह अलग करने के संकेत दे रहे हैं और जनता के समर्थन को पार्टी से ऊपर बता रहे हैं.

आरजेडी के लिए मुश्किलें बढ़ीं

लालू परिवार की यह कलह ऐसे समय में सामने आई है जब बिहार में राजनीतिक माहौल चुनावी रंग लेने लगा है. तेजस्वी जहां विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने में जुटे हैं, वहीं तेज प्रताप की लगातार बयानबाजी पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े कर रही है.

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह विवाद जल्द शांत नहीं हुआ, तो आरजेडी को संगठनात्मक रूप से बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां लालू परिवार का सीधा जनाधार है.

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06 November 2025, 10:47 AM IST

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