मॉल-बाजारों में Spy कैमरे से डर्टी वीडियो बनाता था पायलट, लड़की को लगी भनक; तुरंत लगाया पुलिस को कॉल
दिल्ली के किशनगढ़ में एक महिला का गुप्त वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे एक पायलट को पुलिस ने लाइटर में लगे स्पाई कैमरे के साथ गिरफ्तार किया. आरोपी ने अपराध स्वीकार किया और बताया कि वह निजी संतुष्टि के लिए ऐसा करता था. पुलिस ने BNS की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.

दिल्ली के किशनगढ़ इलाके में एक महिला की सतर्कता के चलते एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. 30 अगस्त की रात करीब 10:20 बजे शनि बाजार में टहल रही महिला ने महसूस किया कि एक व्यक्ति उसके सामने लाइटर जैसी कोई चीज लेकर खड़ा है. शक होने पर उसने नजदीक जाकर देखा तो समझ आया कि वह व्यक्ति चोरी-छिपे उसका वीडियो बना रहा है. महिला ने तत्काल पुलिस को सूचना दी.
पायलट निकला आरोपी
पुलिस की तफ्तीश में जो सामने आया वह हैरान करने वाला था. आरोपी की पहचान मोहित प्रियदर्शी के रूप में हुई, जो आगरा के सिविल लाइंस का निवासी और एक निजी एयरलाइन में पायलट के रूप में कार्यरत है. पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से एक सिगरेट लाइटर के आकार का स्पाई कैमरा बरामद किया गया है, जिसे वह महिलाओं के गुप्त वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए इस्तेमाल करता था.
लोकल इंटेलिजेंस ने की मदद
महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 77 और 78 के तहत मामला दर्ज किया, जो कि छेड़छाड़ और ताक-झांक से संबंधित अपराधों पर लागू होती हैं. जांच के दौरान पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से संदिग्ध की पहचान की और उसकी तस्वीरें स्थानीय स्तर पर प्रसारित कीं. इसके साथ ही स्थानीय मुखबिरों की सहायता से आरोपी तक पहुंचने में सफलता मिली.
आरोपी ने कबूल किया अपराध
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में मोहित प्रियदर्शी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. उसने बताया कि वह "निजी संतुष्टि" के लिए ऐसे वीडियो बनाता था. फिलहाल आरोपी को हिरासत में लिया गया है और उससे आगे की पूछताछ जारी है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "यह गिरफ्तारी एक बड़े नेटवर्क की संभावना की तरफ इशारा कर सकती है, इसलिए हम यह भी देख रहे हैं कि उसने ये वीडियो कहीं अपलोड किए या किसी को बेचे तो नहीं."
पहले से लंबित मामले में मिली मदद
दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से उन्हें छेड़छाड़ के एक पुराने मामले की जांच में भी मदद मिली है, जो पहले अधूरी थी. अब, उस केस से जुड़े पहलुओं को भी फिर से खंगाला जा रहा है.
आगे की जांच जारी
फिलहाल पुलिस इस मामले में तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल डेटा, कैमरे की रिकॉर्डिंग और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच कर रही है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि कहीं और भी महिलाओं को इस प्रकार से निशाना तो नहीं बनाया गया है.


