टाइगर अभी जिंदा है...चुनावी नतीजों से पहले पटना में बढ़ी हलचल, जेडीयू दफ्तर के बाहर लगे नीतीश कुमार के पोस्टर
बिहार चुनाव नतीजों से पहले जेडीयू खेमे में जोश है, पटना में “टाइगर अभी जिंदा है” पोस्टर लगा. एग्जिट पोल ने एनडीए को बढ़त दी, जबकि तेजस्वी यादव ने नतीजों को भ्रामक बताया. अब सबकी नजरें अंतिम परिणाम पर हैं.

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू के कैंप में उत्साह और आत्मविश्वास की लहर दिखाई दे रही है. पटना स्थित पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है, जिसमें उनकी मुस्कुराती हुई तस्वीर के साथ लिखा है, “टाइगर अभी जिंदा है.” यह पोस्टर न सिर्फ राजनीतिक संदेश दे रहा है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के भीतर फिर से ऊर्जा और उम्मीद लौट आई है.
एग्जिट पोल से बढ़ा एनडीए का मनोबल
दूसरे चरण के मतदान के बाद आए एग्जिट पोल्स ने एनडीए खेमे में नई जान फूंक दी है. कई सर्वेक्षणों में यह अनुमान लगाया गया है कि नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने की स्थिति में पहुंच सकता है. इन्हीं रिपोर्टों के बाद जेडीयू कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ा है और पार्टी दफ्तरों में जश्न जैसा माहौल देखने को मिल रहा है. "टाइगर अभी जिंदा है" वाला पोस्टर इसी आत्मविश्वास का प्रतीक बन गया है.
#WATCH | Poster featuring CM Nitish Kumar that reads "Tiger abhi zinda hain" put up outside JDU office in Patna, Bihar #BiharElection2025 pic.twitter.com/zZIggXeyJ5
— ANI (@ANI) November 13, 2025
तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल को बताया ‘भ्रामक’
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल के नतीजों को पूरी तरह खारिज कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन बड़ी जीत की ओर बढ़ रहा है और वे 18 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मीडिया पर भाजपा का प्रभाव बढ़ गया है और जैसा सर्वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चाहते हैं, वैसा ही दिखाया जाता है. उनके मुताबिक, “एग्जिट पोल जनता को गुमराह करने का माध्यम बन गए हैं.”
मीडिया पर बरसे तेजस्वी यादव
तेजस्वी ने मीडिया पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि देश में पत्रकारिता की विश्वसनीयता गिर चुकी है. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि इसी मीडिया ने कभी लाहौर पर भारत का कब्जा करवाया था, झारखंड और बंगाल में भाजपा को जिताया था, और अब वही बिहार में वही भूमिका निभा रहा है. उन्होंने एक तंज भरे लहजे में कहा कि कल ही इसी मीडिया ने अभिनेता धर्मेंद्र को ‘जीते जी मार दिया’, कुछ भाजपा नेताओं ने तो उनके निधन पर शोक भी व्यक्त कर दिया.
नतीजों पर टिकी निगाहें
एग्जिट पोल के बाद जहां जेडीयू और एनडीए में नीतीश कुमार की वापसी की उम्मीदें मजबूत हो गई हैं, वहीं विपक्ष इन नतीजों को सिरे से खारिज कर रहा है. अब सबकी निगाहें चुनाव आयोग के औपचारिक परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि बिहार में अगली सरकार की बागडोर किसके हाथ में जाएगी. नीतीश कुमार की स्थिरता या तेजस्वी यादव की नई ऊर्जा.


