अब आधार कार्ड की फोटोकॉपी की जरूरत नहीं! सरकार लाई नई डिजिटल ऐप
New Aadhaar App: सरकार ने नई आधार ऐप लॉन्च की है, जो पूरी तरह डिजिटल है और चेहरे की पहचान के जरिए वेरिफिकेशन की सुविधा देती है. अब फिजिकल आधार कार्ड या उसकी फोटोकॉपी की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यह ऐप सुरक्षित और सहमति आधारित डेटा शेयरिंग को बढ़ावा देती है.

New Aadhaar App: भारत सरकार ने एक नई आधार ऐप की शुरुआत की है, जो चेहरे की पहचान और डिजिटल वेरिफिकेशन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है. इस ऐप के माध्यम से अब नागरिकों को अपने पहचान पत्र की फिजिकल कॉपी या उसकी फोटोकॉपी साथ रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. यह ऐप पूरी तरह से डिजिटल है और उपयोगकर्ता की सहमति से केवल आवश्यक डेटा साझा करने की सुविधा देती है, ठीक वैसे ही जैसे UPI भुगतान प्रणाली काम करती है.
नई आधार ऐप को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'आधार संवाद' के तीसरे संस्करण के दौरान प्रस्तुत किया. यह ऐप उपयोगकर्ताओं को पूरी तरह से सुरक्षित, डिजिटल पहचान सत्यापन की सुविधा प्रदान करती है. इसके माध्यम से न केवल व्यक्तिगत जानकारी पर नियंत्रण मिलेगा, बल्कि डेटा के दुरुपयोग और जालसाजी की आशंका भी खत्म होगी.
फेस रिकग्निशन ऑथेंटिकेशन की सुविधा
नई आधार ऐप में फेस रिकग्निशन ऑथेंटिकेशन और डिजिटल वेरिफिकेशन की सुविधा है, जिससे फिजिकल कार्ड या उसकी फोटोकॉपी की आवश्यकता नहीं रहती. मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि "अब केवल एक टैप में उपयोगकर्ता आवश्यक डेटा साझा कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी पर पूर्ण नियंत्रण मिलेगा."
UPI जैसा अनुभव देगा नया ऐप
इस ऐप के जरिए पहचान सत्यापन की प्रक्रिया ठीक उसी तरह होगी जैसे UPI से भुगतान किया जाता है. उपयोगकर्ता QR कोड स्कैन कर अपने पहचान को सत्यापित कर सकते हैं – चाहे वह होटल हो, दुकान हो, एयरपोर्ट हो या कोई अन्य स्थान. ऐप में जोड़ा गया फेस रिकग्निशन फीचर सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है, जिससे केवल असली उपयोगकर्ता ही जानकारी साझा कर सकेगा.
रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बेहद सहायक
मंत्री वैष्णव ने कहा कि, अब होटल रिसेप्शन, दुकानों या यात्रा के दौरान आधार की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं होगी." यह सुविधा आम नागरिकों के लिए रोज़मर्रा के कामों को सरल और सुरक्षित बनाएगी.
सुरक्षा, गोपनीयता और उपयोगकर्ता नियंत्रण पर जोर
इस ऐप की खासियतों में शामिल हैं- 100% डिजिटल और सुरक्षित पहचान सत्यापन, डेटा लीक या दुरुपयोग से सुरक्षा, और दस्तावेज़ों की जालसाजी से बचाव. ऐप का इंटरफेस पहले से कहीं अधिक यूज़र फ्रेंडली है और इसमें निजता से जुड़ी अतिरिक्त सुरक्षा भी शामिल की गई है.
जल्द होगा देशभर में लॉन्च
फिलहाल यह ऐप बीटा टेस्टिंग चरण में है और इसे 'आधार संवाद' कार्यक्रम में भाग लेने वाले विशेष उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराया गया है. UIDAI इस ऐप को आम जनता के लिए तभी जारी करेगा जब वह उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया प्राप्त कर लेगा. यह तकनीक भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ एकीकृत की गई है और गोपनीयता की कड़ी सुरक्षा के साथ आती है.


