अब आगे बातचीत की जरूरत नहीं...व्यापार समझौते के करीब आ रहे भारत-अमेरिका, टैरिफ कम करने के लिए तैयार हुए ट्रंप!
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द ही संभव है, क्योंकि दोनों देशों के बीच बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है. अमेरिका ने भारत पर लगे 50% टैरिफ घटाने का संकेत दिया है. यह समझौता भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में अवसर देगा और भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति मजबूत करेगा.

नई दिल्ली : भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते की बातचीत अंतिम चरण में है. अधिकारियों के अनुसार, बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है और अब अतिरिक्त दौर की आवश्यकता नहीं रह गई है. अमेरिका ने संकेत दिया है कि वह भारत पर लागू 50% टैरिफ को घटाने के लिए तैयार है. इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा और भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में नए अवसर मिलेंगे.
निष्पक्ष और संतुलित समझौता : पीयूष गोयल
पांच दौर की बातचीत और रणनीति
भारत और अमेरिका के अधिकारियों ने अब तक पांच दौर की बातचीत पूरी कर ली है. इसमें वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्षों से मुलाकात की. दोनों देशों ने प्रमुख क्षेत्रों की संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखते हुए समझौते की रूपरेखा तैयार की है. वरिष्ठ अधिकारी मानते हैं कि यह समझौता किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे व्यापक और रणनीतिक होगा.
समझौते से भारत को वैश्विक व्यापार में मजबूती
इस समझौते से भारत को वैश्विक व्यापार में मजबूती मिलेगी. भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में बेहतर अवसर मिलेंगे और निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा, दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और निवेश को बढ़ावा मिलेगा. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह समझौता केवल व्यापारिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि राजनीतिक और वैश्विक रणनीति की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.
व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए लाभकारी
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है. इससे न केवल आर्थिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति भी सुदृढ़ होगी. यह समझौता भारतीय कंपनियों के लिए नए अवसर खोलेगा और अमेरिकी बाजार तक उनकी पहुंच आसान बनाएगा. व्यापारिक विशेषज्ञ इसे रणनीतिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक कदम मान रहे हैं.


