1,000 अंकों से ज्यादा उछला सेंसेक्स, निफ्टी में भी बड़ी बढ़त...विदेशी निवेश या फिर कुछ और...जानें क्या है वजह
भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार को जोरदार तेजी देखने को मिली, जहां बीएसई सेंसेक्स 1000 अंक और एनएसई निफ्टी लगभग 290 अंक चढ़ गया. रिलायंस इंडस्ट्रीज और प्रमुख बैंकिंग शेयरों में मजबूत खरीदारी ने इस तेजी को समर्थन दिया. विदेशी निवेशकों के भारी निवेश और सकारात्मक तकनीकी संकेतों के चलते बाजार में उत्साह बना रहा. विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ सकते हैं, हालांकि सतर्कता बरतने की भी सलाह दी गई है.

भारतीय शेयर बाजारों ने कारोबारी सत्र के पहले दिन यानी सोमवार को जबरदस्त रफ्तार पकड़ी और बीते सत्र की कमजोरी से उबरते हुए जोरदार बढ़त दर्ज की. दोपहर करीब 1.34 बजे बीएसई सेंसेक्स 1047.80 अंक की उछाल के साथ 80,260.33 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 50 में 299.45 अंकों की बढ़त दर्ज की गई और यह 24,329.85 के स्तर पर पहुंच गया. व्यापक बाजार सूचकांक भी मजबूती के साथ हरे निशान में बने रहे, जिससे आगामी सत्रों में बाजार की स्थिरता और बढ़त के संकेत मिल रहे हैं.
रिलायंस और बैंकिंग सेक्टर की अगुवाई में तेजी
आज के कारोबार में तेजी का प्रमुख कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, एक्सिस बैंक समेत कई ब्लू-चिप शेयरों में जबरदस्त खरीदारी रही.रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 4 प्रतिशत से अधिक की बढ़त देखी गई, जिसका श्रेय कंपनी के मजबूत चौथी तिमाही के परिणामों को दिया गया. इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के शेयरों में भी लगभग 2 प्रतिशत की तेजी देखी गई.
विदेशी निवेशकों की वापसी से बाजार को मिला बल
वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों ने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है. भारत-पाक तनाव के बीच भी बाजार में सकारात्मक रुख बना रहा. विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार ने एक बार फिर चिंता की दीवारों को पार करते हुए मजबूती दिखाई है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की जबरदस्त वापसी भी बाजार में तेजी का बड़ा कारण रही.कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़े और डॉलर में गिरावट ने वैश्विक पूंजी को भारत जैसे उभरते बाजारों की ओर मोड़ दिया है, जिससे घरेलू इक्विटी को मजबूत समर्थन मिला है.
तकनीकी संकेत भी कर रहे तेजी का इशारा
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने निफ्टी पर अपना तकनीकी विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि शुक्रवार की गिरावट के बावजूद तेजी जल्द ही बहाल हो सकती है.
उन्होंने बताया कि निफ्टी में अल्पकालिक सुधार की संभावना बनी हुई है, जिसमें 23,300 से 23,050 के स्तर पर समर्थन देखा जा सकता है. फिलहाल, निफ्टी को 24,190 के ऊपर टिके रहना होगा ताकि तेजी की गति बनी रहे. यदि यह स्तर बनाए रखता है, तो 24,500 से 24,850 के लक्ष्य जल्दी हासिल किए जा सकते हैं.
प्रारंभिक सत्र के लिए, जेम्स ने 23,950 से 24,070 के बीच के पिवट ज़ोन को महत्वपूर्ण करार दिया है. हालांकि, सतर्कता की जरूरत बनी रहेगी क्योंकि बाजार अब भी बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकता है.
आगे की संभावनाएं
विशेषज्ञों के अनुसार, मजबूत विदेशी निवेश प्रवाह, बेहतर कंपनियों के नतीजे और ब्लू-चिप शेयरों में खरीदारी भारतीय शेयर बाजारों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है. हालांकि, वैश्विक घटनाक्रमों और क्षेत्रीय तनावों पर भी नजर बनाए रखना आवश्यक होगा.


