‘बस राजा को ले आओ...’,18 मिनट बनी राजा रघुवंशी की हत्या का प्लान, कॉल रिकॉर्डिंग ने खोला सोनम की साजिश का राज
राजा रघूवंशी के मर्डर केस में एक और खुलासा हुआ है. पुलि को सोनम रघुवंशी और राज कुशवाह कॉल रिकॉर्डिंग हाथ लगी है जिसने राजा रघुवंशी हत्याकांड की साजिश की परतें खोल दी हैं. हनीमून ट्रिप के बहाने महज 18 मिनट में अंजाम दी गई इस वारदात के पीछे प्रेम, धोखा और साजिश का घिनौना खेल सामने आया है. शिलॉन्ग पुलिस को मिले डिजिटल सबूत अब केस की सबसे मजबूत कड़ी बन चुके हैं.

मेघालय की वादियों में जिस हनीमून ट्रिप पर खुशियां मनाई जानी थी, वहां से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली हत्या की कहानी सामने आई. इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी अब लगभग सुलझ चुकी है, लेकिन जो सबूत अब सामने आ रहे हैं, उन्होंने इस केस को और भी सनसनीखेज बना दिया है.
राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाह की कॉल रिकॉर्डिंग और चैटिंग अब जांच एजेंसियों के हाथ लग चुकी है, जिसमें साजिश की परतें खुलती नजर आ रही हैं. दोनों की बातचीत से साफ है कि हत्या पहले से सुनियोजित थी और इसे अंजाम देने के लिए पूरा प्लान पहले से तय था.
कॉल रिकॉर्डिंग से खुली साजिश
पुलिस के हाथ जो कॉल रिकॉर्डिंग लगी है, उसमें सोनम और राज की बातचीत सुनकर किसी का भी खून खौल उठे. राज कहता है, “चिंता मत करो, सब टाइम पर होगा… बस उसे लेकर आ जाओ. मेघालय में सब संभाल लेंगे.” जवाब में सोनम कहती है, “मैं भी यही चाहती हूं, एक बार यह सब हो जाए, फिर हम चैन से रहेंगे.” ये वही कॉल है, जिसने राजा के परिवार को झकझोर कर रख दिया है.
18 मिनट में रच दी गई हत्या की पूरी पटकथा
शिलॉन्ग पुलिस ने जब आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर क्राइम सीन रीक्रिएट कराया, तो सामने आया कि 2:00 बजे से 2:18 बजे के बीच, यानी केवल 18 मिनट में राजा की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में सोनम, राज, विशाल उर्फ विक्की चौहान, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत शामिल थे. पुलिस ने बताया कि सोनम और राज ने हत्या की सुपारी देने से इनकार किया है, लेकिन साक्ष्य उनकी बातों से मेल नहीं खा रहे.
दोस्ती के नाम पर दिया साथ
राज कुशवाह ने पुलिस को बताया कि विशाल, आनंद और आकाश ने उसे ‘दोस्ती’ के नाते साथ दिया। लेकिन हाल ही में जो ऑडियो वायरल हुआ है, उसमें आनंद का भी नाम सामने आया है. पुलिस के अनुसार, आनंद को पहले ही शक हो गया था कि वे पकड़े जा सकते हैं, इसी वजह से उसने अपना फोन पहले ही बंद कर दिया था.
सोनम की सफाई
जब पुलिस ने सोनम रघुवंशी से रिकॉर्डिंग सुनाने के बाद पूछताछ की तो वह रोने लगी और बोली, 'मैं राजा को मारना नहीं चाहती थी, सिर्फ डराना चाहती थी. मुझे लगा कि वह डरकर तलाक दे देगा.' राज से जब पूछा गया कि राजा को खाई में क्यों फेंका गया, तो वह चुप हो गया. बाद में उसने कहा कि “सब कुछ एक्सीडेंटल था.' लेकिन पुलिस के मुताबिक, रिकॉर्डिंग और चैट इस सफाई को झूठा साबित करते हैं.
डिजिटल सबूत बने सबसे बड़ा हथियार
शिलॉन्ग पुलिस अब इन कॉल रिकॉर्डिंग्स और चैट्स को चार्जशीट में शामिल करने जा रही है. "अगर वो हट गया तो सब आसान हो जाएगा...", जैसी लाइनें चैट में साफ लिखी गई हैं. सोनम का जवाब था, 'हम दोनों फिर साथ होंगे।' ये संवाद न केवल साजिश को उजागर करते हैं, बल्कि कोर्ट में केस को मजबूती से खड़ा करने में पुलिस की सबसे बड़ी ताकत साबित होंगे.


