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करिश्मा कपूर के बच्चों ने पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए खटखटाया HC का दरवाजा...सौतेली मां पर लगाए फर्जीवाड़े का आरोप

करिश्मा कपूर के बच्चे कियान और समायरा ने अपने पिता सुंजय कपूर की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सौतेली मां प्रिया कपूर ने वसीयत को फर्जी तरीके से तैयार किया है. बच्चों ने संपत्ति के पांच हिस्सों में विभाजन की मांग की है और खुद को कानूनी उत्तराधिकारी घोषित करने की अपील की है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Karisma Kapoor Children Legal Case : बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के दो संतान कियान (14) और समैरा (20) ने अपने दिवंगत पिता, संजय कपूर, की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. वहीं यह संपत्ति अनुमानित रूप से ₹30 हजार करोड़ की बताई जा रही है. उनके वकीलों ने कोर्ट में दलील दी है कि उनकी सौतेली माँ, प्रिया कपूर (सचदेव), ने संजय की वसीयत को फर्जी बनाकर पेश किया. इस कदम से बच्चों की भविष्य संबंधी आर्थिक सुरक्षा को खतरा होने का आरोप लगाए गए हैं.

वसीयत को लेकर उठे गंभीर आरोप

आपको बता दें कि इस मामले पर बच्चों का कहना है कि इस वसीयत को पहले तो सात सप्ताह तक छिपाकर रखा गया था और फिर एक दिन अचानक 30 जुलाई 2025 को इसे पारिवारिक बैठक में प्रस्तुत कर दिया गया. वे दावा करते हैं कि न तो यह वसीयत उनके सामने प्रस्तुत की गई है, न ही इसकी कोई प्रतिलिपि उन्हें प्रदान की गई है. इस पर उन्होंने कोर्ट से यह आदेश देने की मांग की है कि उन्हें विधिक रूप से वसीयत के वैध वारिस (Class I legal heirs) के रूप में मान्यता दी जाए. साथ ही, वे चाहते हैं कि संपत्ति का विभाजन हो और कोर्ट आदेश दे कि पूरे मुकदमे के दौरान संपत्ति पर अस्थायी रोक लगाई जाए.

आकस्मिक मौत और वसीयत विवाद
बता दें कि संजय कपूर, जो Sona Comstar के चेयरमैन थे. उनका एक दिन अचानक जून 2025 को 53 साल की उम्र में निधन हो गया. उन पर यह मुकदमा इसलिए और संवेदनशील हो गया कि उनकी संपत्ति और व्यवसायों के वितरण को लेकर विवाद परिवार में गहराता जा रहा है.

“कौन वाकई हकदार है?”
यह मामला सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि कानूनी दृष्टिकोण से संपत्ति, वसीयत की वैधता, पारिवारिक व न्यायिक अधिकारों की गहरी पड़ताल से जुड़ा है. इसमें सदस्यों के बीच संबंध, आर्थिक हित और न्यायसंगत वितरण की भावनात्मक और नैतिक आयाम भी शामिल हैं.

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09 September 2025, 05:46 PM IST

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