'बिहार में एनडीए मजबूत, 225 सीटें तक मिल सकती हैं', नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को लेकर क्या बोले चिराग पासवान?
चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की 225+ सीटें जीतने का दावा करते हुए सीट बंटवारे पर मतभेद की खबरों को खारिज किया. उन्होंने नीतीश कुमार को गठबंधन की मजबूत कड़ी बताया, खुद चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन बिखरा है. राजद के आने पर फिर ‘जंगल राज’ लौटेगा.

बिहार में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एनडीए गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर किसी भी तरह के मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया. उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि एनडीए 243 में से 225 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगा. चिराग ने कहा कि गठबंधन के सभी सहयोगी एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे और जनता को एक सशक्त विकल्प देंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीटों की संख्या से अधिक महत्वपूर्ण चुनाव जीतने की क्षमता होती है.
नीतीश कुमार को बताया ‘मजबूत कड़ी’
चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मतभेद की बातों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए की कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत कड़ी हैं. उन्होंने बताया कि 2020 के बाद से गठबंधन की आंतरिक संरचना और तालमेल में बड़ा बदलाव आया है. 2020 के विधानसभा चुनाव में लोजपा (रामविलास) ने स्वतंत्र रूप से 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और केवल एक सीट जीत पाई थी, लेकिन इस रणनीति से जदयू को काफी नुकसान हुआ था और वह मात्र 43 सीटों पर सिमट गई थी. इस बार, पासवान ने कहा, सब दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और कोई अंदरूनी कलह नहीं होगी.
चुनाव लड़ने का संकेत
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे खुद विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, चिराग ने कहा कि इस विषय पर विचार हो रहा है और उनकी इच्छा है कि वे चुनाव मैदान में उतरें. हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सतर्क रुख अपनाया और कहा, “आज मुख्यमंत्री पद के लिए कोई जगह खाली नहीं है. उन्होंने साफ किया कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा दिखाने से गठबंधन में गलत संदेश जा सकता है. इसलिए उनकी प्राथमिकता केवल एनडीए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को मजबूत करना है.
तेजस्वी को घोषित करें उम्मीदवार
चिराग पासवान ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की हालिया रैली को निशाने पर लेते हुए कहा कि इंडिया ब्लॉक ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं कर बड़ी गलती की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इससे तेजस्वी की राजनीतिक साख को चोट पहुंची है. उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और विपक्षी दलों के बीच तालमेल की कमी साफ झलक रही है.
‘जंगल राज’ और घुसपैठ का मुद्दा फिर उभारा
एनडीए के पारंपरिक चुनावी मुद्दों को दोहराते हुए पासवान ने कहा कि अगर राजद सत्ता में लौटती है तो बिहार में एक बार फिर ‘जंगल राज’ लौट आएगा, जहां अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर होंगे. उन्होंने ‘घुसपैठ’ को भी बड़ा चुनावी मुद्दा बताते हुए कहा कि बाहरी तत्व राज्य की चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव नवंबर 2025 में होने की संभावना है और चिराग पासवान ने स्पष्ट कर दिया है कि वे एनडीए की एकजुटता और जीत के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे.


