जन्मदिन के दिन युवती को किडनैप कर किया गैंगरेप, ममदा दीदी की सरकार में महिलाएं नहीं हैं सेफ
हरिदेवपुर में 20 वर्षीय युवती के साथ जन्मदिन के बहाने चंदन मलिक और द्वीप बिस्वास ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया. फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस सक्रिय है. पीड़िता की मेडिकल जांच और घटनास्थल की तफ्तीश जारी है. इस घटना ने कोलकाता में महिलाओं की सुरक्षा पर फिर सवाल उठाए हैं.

कोलकाता के हरिदेवपुर की एक 20 वर्षीय युवती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर दो व्यक्तियों पर सामूहिक बलात्कार का गंभीर आरोप लगाया है. पुलिस ने शनिवार को बताया कि दोनों आरोपी फरार हैं, और उनकी तलाश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. युवती की शिकायत के अनुसार, कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात चंदन मलिक नामक व्यक्ति से हुई थी. उसने स्वयं को दक्षिण कोलकाता की एक पूजा समिति का संयोजक बताया और बाद में युवती को अपने सहयोगी द्वीप बिस्वास से मिलवाया. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ने युवती को समिति के कार्यों में शामिल करने का लालच दिया और नियमित रूप से उससे संपर्क बनाए रखा.
सुनसान जगह ले जाकर किया रेप
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार रात को दोनों आरोपियों ने उसका अपहरण किया और उसे मलांचा के निकट एक सुनसान स्थान पर ले गए, जहां उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी मौके से भाग गए हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए छानबीन जारी है. पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जा रही है और हम घटनास्थल की तफ्तीश कर रहे हैं.
पीड़िता ने परिजनों को सुनाई आपबीती
अधिकारी ने आगे खुलासा किया कि चंदन मलिक ने पीड़िता को जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए बुलाया था, लेकिन वह जाने को तैयार नहीं थी. इसके बावजूद, चंदन और उसके साथी देबांग्शु बिस्वास ने उसे जबरन घर से उठाया और मलांचा क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया. घटना की जानकारी तब सामने आई, जब पीड़िता ने घर पहुंचकर अपने परिवार को आपबीती सुनाई. परिवार ने तुरंत उसे लेकर हरिदेवपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई.
आरोपी अभी भी फरार
हरिदेवपुर थाने में दर्ज एफआईआर में पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपी चंदन मलिक ने पीड़िता को द्वीप बिस्वास के मलांचा स्थित घर ले जाकर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार और मारपीट की. पुलिस ने बयान में कहा कि मामले की गहन जांच चल रही है. पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और जनता से अपील की है कि कोई भी सुराग मिलने पर तुरंत सूचित करें, ताकि आरोपियों को शीघ्र पकड़ा जा सके.इस घटना ने कोलकाता में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं.
गौरतलब है कि इस साल जून में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ तीन सहपाठियों और एक सुरक्षाकर्मी द्वारा कथित सामूहिक बलात्कार की घटना ने शहर में व्यापक आक्रोश पैदा किया था. उस घटना के बाद यौन हिंसा के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे.


