उत्तराखंड में फिर फटा कहर का बादल, उत्तरकाशी के बाद अब पौड़ी में त्रासदी, कई घायल
उत्तराखंड एक बार फिर प्रकृति के क्रोध का शिकार बना है. उत्तरकाशी की त्रासदी के कुछ ही दिन बाद अब पौड़ी जिले के थलीसैंण ब्लॉक के ग्राम सारसों चौथान में बादल फटने की भयावह घटना सामने आई है. इस हादसे ने वहां काम कर रहे नेपाली मजदूरों के तंबुओं को निशाना बनाया, जिससे अफरा-तफरी मच गई.

उत्तराखंड में इन दिनों कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है. उत्तरकाशी में कहर बरपाने के बाद अब पौड़ी जिले के थलीसैंण ब्लॉक के ग्राम सारसों चौथान में बादल फटने की घटना सामने आई है. इस प्राकृतिक आपदा ने वहां डेरा जमाए नेपाली मजदूरों पर कहर बनकर टूट पड़ी, जब उनके टेंट के ऊपर अचानक मलबा गिर पड़ा.
घटना में तीन से चार मजदूर मलबे में दब गए, जिन्हें ग्रामीणों की तत्परता से बाहर निकाला गया। इनमें कुछ लोगों की हालत गंभीर है और उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल भवन में इन मजदूरों के लिए अस्थाई आश्रय की व्यवस्था की है.
बादल फटते ही मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, पौड़ी जिले के थलीसैण विकासखंड स्थित ग्राम सारसों चौथान में मंगलवार रात अचानक तेज गर्जना के साथ बादल फट गया। यह घटना गांव के पास ही सड़क किनारे हुई, जहां नेपाली मजदूर सड़क निर्माण कार्य के सिलसिले में तंबू लगाकर रुके हुए थे. तेज बारिश और मलबे के कारण 3-4 मजदूर टेंट सहित मलबे में दब गए। हालांकि, स्थानीय ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए तत्काल राहत कार्य शुरू किए और मलबा हटाकर दबे हुए मजदूरों को बाहर निकाला। राहत की बात यह रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन कई मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं.
घायलों को स्कूल में दी गई शरण
बचाव के बाद ग्रामीणों ने सभी प्रभावित मजदूरों के लिए पास के स्कूल भवन में रहने और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की। प्रशासन को सूचना दे दी गई है और आपदा प्रबंधन टीमें मौके की ओर रवाना हो चुकी हैं. फिलहाल स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और बचाव कार्य जारी है। अभी भी कुछ मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसे देखते हुए राहत और खोज अभियान को तेज कर दिया गया है.
उत्तराखंड में कुदरत का डबल अटैक
पौड़ी की यह आपदा ऐसे समय में आई है जब उत्तरकाशी के धराली गांव में भी कुछ दिन पहले बादल फटने की वजह से भीषण तबाही हुई थी। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है और आम जनता को सतर्क रहने की अपील की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.


