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गलत आकड़े देने के आरोप में CSDS संजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज... महाराष्ट्र में EC का बड़ा एक्शन

चुनावी विश्लेषक संजय कुमार पर महाराष्ट्र के देवळाली और रामटेक विधानसभा सीटों को लेकर गलत आंकड़े साझा करने पर नासिक और नागपुर में केस दर्ज हुआ है. उन्होंने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए इसे डेटा टीम की गलती बताया. भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह इन आंकड़ों से चुनाव आयोग और सरकार को बदनाम कर रही है, जबकि कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Devlali Ramtek Data Controversy : महाराष्ट्र के नासिक और नागपुर ज़िलों के ज़िला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) ने चुनाव विश्लेषक और दिल्ली स्थित CSDS (Centre for the Study of Developing Societies) के प्रोफेसर संजय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि उन्होंने 2024 में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान देवलाली और रामटेक विधानसभा क्षेत्रों को लेकर भ्रामक आंकड़े साझा किए, जिससे मतदाताओं को गुमराह किया गया.

संजय कुमार की माफी और स्पष्टीकरण

संजय कुमार ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X'  पर महाराष्ट्र चुनाव को लेकर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने इन दो क्षेत्रों में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच मतदाताओं की संख्या में बड़ी गिरावट का दावा किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने यह पोस्ट हटा ली और माफी मांगते हुए कहा कि यह गलती उनके डेटा विश्लेषण टीम द्वारा एक पंक्ति के गलत पढ़ने के कारण हुई थी. उन्होंने लिखा, “मेरा किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था.”

भाजपा का आरोप और कांग्रेस की सफाई
संजय कुमार की इस गलती को लेकर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि संजय कुमार ने जानबूझकर कांग्रेस के पक्ष में आंकड़ों को तोड़-मरोड़कर पेश किया. उन्होंने इसे “confirmation bias” का उदाहरण बताया. वहीं, अन्य भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इन आंकड़ों के सहारे भाजपा और चुनाव आयोग (EC) पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए.

कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा हालिया बयानों में जो आरोप लगाए गए हैं, वे चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित थे. पार्टी का कहना है कि भाजपा मुद्दे से भटकाने की कोशिश कर रही है.

राहुल गांधी और चुनाव आयोग आमने-सामने
इस मामले में चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से उनके विश्लेषण और "सबूतों" को शपथपत्र के साथ जमा करने को कहा है. लेकिन राहुल गांधी ने जवाब दिया कि उन्होंने सांसद के रूप में संविधान की शपथ पहले ही ली है और जो डेटा उन्होंने साझा किया है, वह चुनाव आयोग के ही पोर्टल से लिया गया है. इसलिए आयोग स्वयं उस डेटा की जांच कर सकता है. यह विवाद अभी शांत नहीं हुआ है, और देखना होगा कि चुनाव आयोग, कांग्रेस और संजय कुमार के इस प्रकरण का क्या निष्कर्ष निकलता है.

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20 August 2025, 10:15 PM IST

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