मां बची, लेकिन 14 साल का बेटा जलकर मर गया...अहमदाबाद विमान हादसे की दर्दनाक कहानी
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस दर्दनाक दुर्घटना में जहां 265 लोगों की जान चली गई, वहीं एक माँ की आँखों के सामने उसका इकलौता 14 साल का बेटा जलकर मर गया.

अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे ने कई परिवारों को हमेशा के लिए उजाड़ दिया. इसी दर्दनाक हादसे में एक मां की आंखों के सामने उसका 14 साल का बेटा जलकर मौत के आगोश में समा गया. जिस वक्त हादसा हुआ, बेटा दुकान में सो रहा था और मां उसी के पास मौजूद थी. खुद भी झुलसी मां को ICU में भर्ती किया गया है, लेकिन बेटे की मौत ने उसे अंदर से तोड़ दिया है.
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की एक फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर हॉस्टल से जा टकराई. इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 241 यात्री शामिल थे. लेकिन इन आंकड़ों के बीच एक परिवार की त्रासदी ने सभी का दिल झकझोर दिया—जहां मां बच गई लेकिन उसका इकलौता बेटा जिंदा नहीं बच सका.
चाय की दुकान में सो रहे थे आकाश
14 साल का आकाश पतनी अपने परिवार की सड़क किनारे चाय की दुकान में सो रहा था. अचानक जोरदार धमाके की आवाज हुई और अगल-बगल की इमारतें जलने लगीं. यह धमाका दरअसल एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश होने की वजह से हुआ, जो कुछ ही देर पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हुई थी.
बेटे को नहीं बचा सकी
आकाश की मां सिता बेन, जो दुकान चला रही थीं, हादसे के वक्त वहीं मौजूद थीं. आग की लपटों में बेटे को बचाने के लिए वो दौड़ीं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. वे खुद बुरी तरह झुलस गईं और फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ICU में भर्ती हैं. "हवाई जहाज पीछे गिरा, बहुत जोर का धमाका हुआ. चारों ओर धुआं और आग थी, कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. मेरा बेटा दुकान के अंदर सो रहा था... वो अब नहीं रहा," सिता बेन ने अस्पताल से बताया.
पिता ने बताया हादसे का मंजर
आकाश के पिता सुरेश कुमार ने बताया, "आकाश और मैं घर पर थे और मेरी पत्नी दुकान पर थी. वो अपनी मां को खाना देने गया था और वहीं दुकान में सो गया. अचानक विमान क्रैश हुआ और आग लग गई. मेरी पत्नी को तो अस्पताल पहुंचा दिया गया लेकिन आकाश की बॉडी मोर्चरी में मिली."
विमान हादसे में 265 लोगों की मौत
यह हादसा एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 से हुआ, जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी. विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो चुकी है. हादसा गुरुवार दोपहर 1:39 बजे टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ, जब फ्लाइट 625 फीट तक ऊपर जाने के बाद नीचे गिर गई और सीधे BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गई.
ये हादसा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के 2011 में लॉन्च के बाद पहला जानलेवा हादसा माना जा रहा है और बीते एक दशक में यह सबसे भीषण एविएशन दुर्घटनाओं में से एक बन चुका है.
हादसे का वायरल वीडियो बना मानवता की चीख
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में सिता बेन आग की लपटों और काले धुएं के बीच अपने बेटे को बचाने के लिए दौड़ती नजर आती हैं. आस-पास के लोग जान बचाकर भाग रहे थे, लेकिन एक मां अपने जले हुए बच्चे को बचाने के लिए अपने प्राणों की परवाह किए बिना उस अग्निकुंड में कूद पड़ी.
देश की आंखें नम
इस दर्दनाक घटना ने देशभर में इंसानियत को झकझोर दिया है. एक मां की आंखों के सामने उसका बेटा मौत के आगोश में चला गया, लेकिन वह खुद बच गई. अब ICU में भर्ती इस मां को सिर्फ शारीरिक ही नहीं, भावनात्मक और मानसिक जख्मों से भी जूझना है.


