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कैसे पाकिस्तान जासूसी के लिए इन्फ्लुएंसर्स को कर रहा भर्ती?, ज्योति मल्होत्रा केस में हुआ बड़ा खुलासा

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. वह पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थीं और संवेदनशील जानकारी साझा कर रही थीं. पुलिस ने उसकी वित्तीय स्थिति और यात्रा विवरण की जांच की. मल्होत्रा ने पाकिस्तान के पक्ष में सोशल मीडिया पर प्रचार किया था. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और उसे पांच दिन की रिमांड पर रखा गया है. पुलिस अब जांच कर रही है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी एक गंभीर मामले का हिस्सा है, जिसमें पाकिस्तान के खुफिया एजेंट भारतीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक और सैन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं. हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पाकिस्तान के खुफिया एजेंट भारतीय सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों का इस्तेमाल अपनी बात को फैलाने के लिए कर रहे हैं.

सोशल मीडिया का कुप्रभाव

एसपी शशांक कुमार सावन ने कहा कि आधुनिक युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा जाता, बल्कि सोशल मीडिया पर भी प्रभावी ढंग से इसे फैलाने की कोशिश की जाती है. उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान के खुफिया एजेंट भारतीय सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों को अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं. ज्योति मल्होत्रा के मामले में, केंद्रीय एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया. मल्होत्रा ने पाकिस्तान और चीन की यात्राएं की थीं और पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थीं.

ज्योति मल्होत्रा का पाकिस्तान से संबंध

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते तनाव के दौरान पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों से संपर्क किया. यह संपर्क उस समय बढ़ा, जब भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक संघर्ष तेज हुआ था. पुलिस ने मल्होत्रा के वित्तीय विवरण का विश्लेषण करना शुरू कर दिया है, ताकि यह समझा जा सके कि उसकी आय और यात्राएं किस प्रकार से असंगत थीं. उनके यात्रा विवरण ने यह सिद्ध कर दिया कि उनका वित्तीय डेटा ठीक नहीं था, और यह इस बात का संकेत था कि वह किसी अन्य एजेंडे के तहत काम कर रही थी.

गिरफ्तारी की प्रक्रिया और कानूनी कदम

मल्होत्रा की गिरफ्तारी हरियाणा के हिसार से की गई, जहां पर उसे पाकिस्तान के एजेंटों से संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. मल्होत्रा के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 की धारा 3 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया था, साथ ही भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत भी केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने उसे पांच दिन की रिमांड पर भेजा है. हिसार सिविल लाइंस थाने में सब-इंस्पेक्टर संजय की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में बताया गया कि मल्होत्रा ने 2023 में पाकिस्तान उच्चायोग का दौरा किया था और वहां उसने एक पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आकर भारतीय स्थानों से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा की थी.

पाकिस्तान के प्रति सक्रियता

इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर सक्रिय इन्फ्लुएंसर और ब्लॉगर किस प्रकार से दूसरों के एजेंडे को आगे बढ़ा सकते हैं. मल्होत्रा ने पाकिस्तान के प्रति सकारात्मक प्रचार किया और सोशल मीडिया पर उसकी छवि को बढ़ावा दिया. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि मल्होत्रा ने पाकिस्तान के लिए कई गतिविधियों में हिस्सा लिया और उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कीं. उसके पिता हरीश मल्होत्रा ने बताया कि उनकी बेटी वीडियो शूट करने के लिए पड़ोसी देश गई थी, लेकिन उन्होंने यह सवाल उठाया कि अगर वह ऐसा करना चाहती थी तो वह वहां रहने वाले अपने दोस्तों से संपर्क क्यों नहीं कर सकती थी.

पुलिस की कार्रवाई 

हिसार पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच के लिए हर संभव कदम उठाया है. पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि मल्होत्रा के पाकिस्तान से संपर्क में होने के कारण देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता था. पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस प्रकार के जासूसी नेटवर्क को जल्द ही नष्ट किया जाए.

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18 May 2025, 05:27 PM IST

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