14 नवंबर के बाद फिर वापस आऊंगा...अपनी आखिरी रैली में पीएम मोदी दे गए बड़ा संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने चनपटिया में विशाल रैली के साथ बिहार में अपना प्रचार समाप्त किया और एनडीए की जीत के बाद फिर आने का संकेत दिया. दूसरे चरण से पहले 122 सीटों पर प्रचार का आज अंतिम दिन है.

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी चंपारण के चनपटिया में एक विशाल रैली को संबोधित कर अपना चुनाव प्रचार खत्म किया. भारी भीड़ उमड़ी और पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ. रैली के अंत में उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को एनडीए की जीत के बाद वह शपथ ग्रहण समारोह में दोबारा बिहार आएंगे. ध्यान देने वाली बात यह रही कि उन्होंने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया.
नारी शक्ति पर फोकस
अपने आखिरी भाषण में प्रधानमंत्री ने महिलाओं को केंद्र में रखते हुए एनडीए सरकार की योजनाओं पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि महिलाओं को सम्मान मिले और उन्हें मजबूत बनाया जाए. पीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 1.40 करोड़ जीविका दीदियों को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई. पंचायतों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण और संसद में 33 फीसदी आरक्षण का निर्णय भी एनडीए सरकार की ही पहल है.
रैली में प्रधानमंत्री ने लोगों से मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाने को कहा. उन्होंने कहा कि यह रोशनी इस बात का प्रतीक है कि बिहार बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है और विकास का रास्ता चुन चुका है. उन्होंने बिहार की बेटियों की तारीफ करते हुए कहा कि मधुबनी पेंटिंग को विश्वभर में पहचान दिलाने के लिए वह खुद ब्रैंड ऐंबेसडर बन गए हैं और विदेशी नेताओं को भी यह कला भेंट की है.
विपक्ष पर तीखे वार
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ नेता बिहार की परंपराओं और छठ महापर्व का अपमान करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को वोट के माध्यम से जवाब देने की जरूरत है. पीएम मोदी ने दावा किया कि पहले चरण में 65.08 फीसदी मतदान एनडीए की मजबूत वापसी का संकेत देता है.
दूसरे चरण से पहले प्रचार थमा
बिहार में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है. चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार रविवार शाम तक प्रचार पूरी तरह बंद हो जाएगा. इस चरण में 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, जिनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई सहित बड़े जिलों की सीटें शामिल हैं.
इन क्षेत्रों में 9 नवंबर तक सभी दलों ने अपनी रैलियां और रोड शो समाप्त हो जाएंगे. अब मतदाताओं को तय करना है कि वे किसे मौका देंगे और बिहार की राजनीति किस दिशा में जाएगी.
चुनाव का माहौल
मोदी की रैली और तीखे भाषणों ने अंतिम चरण से पहले एनडीए की रणनीति को और साफ कर दिया. एनडीए महिलाओं, गरीब परिवारों और विकास योजनाओं को चुनावी चर्चा का केंद्र बना रहा है, जबकि विपक्ष बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और महंगाई को मुद्दा बना रहा है. अब बिहार की जनता की अंतिम राय 11 नवंबर को सामने आएगी.


