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ऑपरेशन सिंदूर के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बुलाई हाई-लेवल मीटिंग, DGP और मुख्य सचिव भी होंगे शामिल

Operation Sindoor: पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा तैयारियों को लेकर कमर कस ली है. इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दोपहर 2 बजे सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों, डीजीपी और मुख्य सचिवों के साथ एक आपात बैठक बुलाई है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Operation Sindoor: पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकवादी ठिकानों पर भारत की सटीक और जिम्मेदार कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब केंद्र सरकार ने सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दोपहर 2 बजे सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों, पुलिस महानिदेशकों (DGP) और मुख्य सचिवों के साथ एक उच्चस्तरीय आपात बैठक बुलाई है.

इस बैठक का उद्देश्य भारत-पाक सीमा और नेपाल सीमा से लगे राज्यों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करना और आगे की रणनीति तैयार करना है. बैठक में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री, डीजीपी और मुख्य सचिव शामिल होंगे. इसके अलावा, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल भी बैठक में भाग लेंगे.

पाकिस्तान की गोलीबारी के बाद स्थिति गंभीर

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह बैठक उस समय बुलाई गई है जब पाकिस्तान सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 10 नागरिकों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए. इसके तुरंत बाद, अमित शाह ने अग्रिम इलाकों से नागरिकों को तुरंत निकालने के आदेश दिए और कहा कि भारत के लिए नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की जवाबी कार्रवाई

भारत ने आतंकवादी ढांचों को खत्म करने और घुसपैठ को रोकने के उद्देश्य से पाकिस्तान और PoJK में लक्षित हमले किए. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, आज सुबह भारत ने अपने आत्मरक्षा और आतंकवाद को रोकने के अधिकार का उपयोग किया. यह कार्रवाई मापी गई, गैर-उत्तेजक, अनुपातिक और जिम्मेदार थी.

उन्होंने कहा कि ये हमले केवल उन ठिकानों पर किए गए जहां से भारत में आतंकवाद फैलाने की साजिशें की जा रही थीं. मिस्री ने स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले के पंद्रह दिन बाद भी पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई.

विदेश सचिव ने बताया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई. यह हमला पाकिस्तान और वहां से प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने अंजाम दिया था. उन्होंने कहा, हमले में अधिकतर पीड़ितों को बेहद करीब से सिर में गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया, वह भी उनके परिवार के सामने.

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07 May 2025, 01:45 PM IST

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