सर्कस चला रहे विदेश मंत्री... शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने S.Jaishankar पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर की हालिया चीन यात्रा और वहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई मुलाकात को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर कहा कि भारत की विदेश नीति को पूरी तरह से एक “सर्कस” बना दिया गया है और यह सब भारत की कूटनीतिक साख को नुकसान पहुंचा रहा है. उनका यह बयान उस समय आया जब जयशंकर ने चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत कर भारत-चीन संबंधों में हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा की.

कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जयशंकर की मुलाकात को लेकर कहा कि विदेश नीति के नाम पर देश में एक ‘सर्कस’ चल रहा है, जो भारत की विदेश नीति को खत्म करने की ओर ले जा रहा है. आइए जानते है इस पूरी खबर को विस्तार से...
राहुल गांधी ने जयशंकर पर कसा तंज
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, "विदेश मंत्री अब एक ऐसा तमाशा चला रहे हैं जो भारत की विदेश नीति को बर्बाद कर देगा." उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब जयशंकर पांच वर्षों बाद पहली बार चीन दौरे पर हैं और उन्होंने शी जिनपिंग से मुलाकात कर भारत-चीन रिश्तों में हालिया बदलावों की जानकारी दी.
I guess the Chinese foreign minister will come and apprise Modi about recent developments in China-India ties.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2025
The EAM is now running a full blown circus aimed at destroying India’s foreign policy. pic.twitter.com/bHbWOemxpe
चीन ने PAK को दिया पूरा समर्थन
कांग्रेस ने सरकार पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि विदेश मंत्री जिस ‘सुधार’ की बात कर रहे हैं, उसमें चीन ने हाल ही में पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान खुला समर्थन दिया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह वही चीन है जिसने भारत के खिलाफ पाकिस्तान को रियल टाइम इंटेलिजेंस दी और इस पूरे संघर्ष को एक "लाइव लैब" की तरह इस्तेमाल किया. उन्होंने भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह के हाल के बयान का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि चीन ने इस संघर्ष का इस्तेमाल अपने हथियारों की टेस्टिंग के लिए किया. जयराम रमेश ने बताया कि इस दौरान चीन ने पाकिस्तान को J-10C फाइटर जेट, PL-15E एयर-टू-एयर मिसाइल और ड्रोन जैसे अत्याधुनिक हथियार दिए.
चीन की आर्थिक नीतियों पर भी उठाए सवाल
जयराम रमेश ने सिर्फ सामरिक मसलों पर ही नहीं, बल्कि आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि चीन ने हाल ही में भारत को रेयर अर्थ मैग्नेट और टनल बोरिंग मशीनों जैसे महत्वपूर्ण औद्योगिक उपकरणों के निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि चीन ने फॉक्सकॉन प्लांट से अपने सैकड़ों श्रमिकों को वापस बुला लिया है, जहां Apple iPhone का निर्माण होता है.
संसद में बहस से क्यों डर रही सरकार... कांग्रेस
कांग्रेस का यह भी कहना है कि अगर 1962 में संसद में चीन के हमले के दौरान भी सीमा विवाद पर बहस हो सकती थी, तो आज क्यों नहीं? जयराम रमेश ने कहा कि सरकार दोनों देशों के रिश्तों को सामान्य करने की बात तो करती है, लेकिन मई 2020 से पहले की स्थिति बहाल करने की कोई ठोस पहल नहीं दिख रही. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सरकार जानबूझकर संसद से बहस से बच रही है?
जयशंकर के पुराने बयानों को भी याद दिलाया
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री जयशंकर के पुराने बयान पर निशाना साधा. उन्होंने याद दिलाया कि 2023 में जयशंकर ने कहा था कि "भारत एक छोटी अर्थव्यवस्था है और वह बड़ी ताकत से नहीं लड़ सकता." सुप्रिया ने कहा कि जब ऐसे विचार रखने वाला व्यक्ति विदेश नीति का संचालन कर रहा हो, तो शी जिनपिंग से मुलाकात कोई आश्चर्य की बात नहीं है.
कांग्रेस ने चीन यात्रा पर आपत्ति जताई
कांग्रेस ने विदेश मंत्री जयशंकर की चीन यात्रा पर कड़ी आपत्ति जताई है और सरकार की चीन नीति को कमजोर और पारदर्शिता से रहित बताया है. विपक्ष का मानना है कि भारत को सीमाओं पर हुई घटनाओं और चीन के साथ चल रही बातचीत को लेकर जनता और संसद के सामने स्पष्ट जवाब देना चाहिए.


