पाक पर सर्जिकल स्ट्राइक में भारत ने SCALP और HAMMER को ही क्यों चुना? जानें वजह
भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरिदके जैसे इलाकों में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. इस ऑपरेशन में राफेल लड़ाकू विमानों से SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER गाइडेड बम का इस्तेमाल किया गया. यह जवाबी हमला पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद किया गया जिसमें 25 पर्यटक मारे गए थे.

पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भारत की हालिया एयरस्ट्राइक न सिर्फ रणनीतिक रूप से बेहद सटीक थी, बल्कि इसमें चुने गए हथियारों ने भी निर्णायक भूमिका निभाई. भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंक के गढ़ कहे जाने वाले बहावलपुर और मुरिद के जैसे इलाकों को निशाना बनाते हुए SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER प्रिसिशन-गाइडेड बम का इस्तेमाल किया, जो राफेल फाइटर जेट्स से दागे गए. यह हमला पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक की जान गई थी.
इस बार भारतीय सेना ने सिर्फ एयरफोर्स ही नहीं, बल्कि नौसेना और थलसेना की मदद से एक समन्वित और गुप्त ऑपरेशन को अंजाम दिया. ऑपरेशन में नागरिक इलाकों से बचते हुए केवल आतंकियों के ठिकानों को टारगेट किया गया. भारत के पास अब राफेल जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स हैं, जो इस तरह के सर्जिकल स्ट्राइक में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं.
गहराई में घुसकर तबाही मचाने वाली हथियार प्रणाली
SCALP (या Storm Shadow) एक एयर-लॉन्च्ड क्रूज मिसाइल है जो लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम है. इसकी रेंज करीब 450 किमी है और यह मिसाइल अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम (INS, GPS और टेरेन रेफरेंसिंग) से लैस होती है, जिससे यह अपने लक्ष्य पर सटीक वार करती है. इसकी एक खासियत यह भी है कि यह रात और किसी भी मौसम में लॉन्च की जा सकती है. 450 किलोग्राम के वारहेड के साथ उड़ने वाली यह मिसाइल जमीन से बहुत नीचे उड़ती है, जिससे दुश्मन की रडार इसे पकड़ नहीं पाती. लक्ष्य के पास पहुंचने पर इसका इन्फ्रारेड सीकर पहले से फीड की गई इमेज से मिलान करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हमला सिर्फ लक्ष्य पर हो और आसपास के क्षेत्रों को नुकसान न पहुंचे. यह वही मिसाइल है जिसका इस्तेमाल यूक्रेन ने 2024 में रूस के खिलाफ गहराई में घुसकर हमले के लिए किया था.
हर मौसम में लक्ष्य भेदने वाला घातक हथियार
HAMMER (Highly Agile Modular Munition Extended Range) एक ऑल-वेदर प्रिसिशन गाइडेड बम है, जिसे फ्रांस की कंपनी Safran ने बनाया है. इसे "ग्लाइड बम" भी कहा जाता है और इसकी रेंज करीब 70 किमी तक होती है. यह बम 250 किलोग्राम, 500 किलोग्राम और 1,000 किलोग्राम के पारंपरिक बमों पर फिट हो सकता है. यह बम जैमिंग के प्रति इम्यून है और इसे कम ऊंचाई से दुर्गम क्षेत्रों में भी लॉन्च किया जा सकता है. इसकी यह क्षमता इसे दुश्मन के फोर्टिफाइड (किले जैसे) ठिकानों को भी भेदने में सक्षम बनाती है. इसी वजह से भारत ने आतंक के गढ़ कहे जाने वाले जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को तबाह कर दिया.
रणनीति और सटीकता का संगम बना ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर इस बात का सबूत है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि निर्णायक जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहा है. इस ऑपरेशन में पुराने जमाने के मिराज 2000 की बजाय राफेल जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स और उनसे जुड़ी अत्याधुनिक मिसाइल तकनीक का उपयोग किया गया. भारत ने यह भी सुनिश्चित किया कि सैन्य कार्रवाई का दायरा सिर्फ आतंकी ठिकानों तक सीमित रहे और किसी नागरिक को नुकसान न पहुंचे. यह रणनीति भारत की सैन्य क्षमता, सटीकता और वैश्विक छवि को भी मजबूती देती है.


