शहबाज़ और मुनीर की बेचैनी: चीन-तुर्किए से गुहार, भारत के सामने बेबस पाकिस्तान
भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि सीजफायर तोड़ने पर तबाही तय है. भारत युद्धाभ्यास में जुटा है, जबकि पाकिस्तान चीन और तुर्की से मदद मांग रहा है. शहबाज शरीफ ईरान जा रहे हैं. राफेल, ब्रह्मोस और S-400 जैसे हथियारों ने पाकिस्तान की हालत कमजोर कर दी है.

भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते हमेशा से तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन हाल के दिनों में भारत की रक्षा तैयारियाँ और युद्धाभ्यास इस ओर इशारा कर रहे हैं कि अब भारत हर मोर्चे पर पूरी तरह तैयार है. भारतीय सेना लगातार हाईटेक हथियारों के साथ युद्धाभ्यास कर रही है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि यदि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया या आतंकवाद को समर्थन दिया, तो भारत की जवाबी कार्रवाई निर्णायक होगी.
भारत ने हाल ही में जिन हथियारों का प्रदर्शन किया है, उनमें राफेल लड़ाकू विमान, ब्रह्मोस मिसाइल, और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम प्रमुख हैं. इन आधुनिक हथियारों की मदद से भारत ने एक ऐसा सुरक्षा कवच तैयार किया है, जिससे दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल या फाइटर जेट सीमा पार नहीं कर सकते. S-400 की 400 किमी की रेंज, आकाश और बराक-8 की मीडियम रेंज क्षमता, और स्पाइडर जैसे शॉर्ट रेंज सिस्टम ने भारत की हवाई सुरक्षा को अभेद्य बना दिया है.
पाकिस्तान, चीन और तुर्किए पर नजर
इसके साथ ही भारत ने लगभग ₹40,000 करोड़ की रक्षा डील की है, जिसमें 26 नए राफेल विमानों का ऑर्डर, 20 सुखोई विमानों को ब्रह्मोस से लैस करना, और तेजस विमानों की तैनाती शामिल है. स्वदेशी हथियार निर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के पाँच शहरों में रक्षा उत्पादन यूनिट्स भी बनाई जा रही हैं.
भारत ने दिखाया सैन्य शक्ति का दम
दूसरी ओर, पाकिस्तान की स्थिति कमजोर नजर आ रही है. वहां की सरकार चीन, तुर्किए और अब ईरान से मदद की कोशिश कर रही है, लेकिन भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति और सैन्य ताकत को देखते हुए उसे विशेष समर्थन मिलना मुश्किल है.
मेक इन इंडिया को बढ़ावा
भारत की नीति स्पष्ट है — हम शांति चाहते हैं, लेकिन यदि उकसाया गया तो जवाब पहले से कहीं अधिक सटीक और शक्तिशाली होगा. यह केवल पाकिस्तान के लिए ही नहीं, बल्कि किसी भी शत्रु देश के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि अब भारत किसी भी मोर्चे पर कमजोर नहीं है.


