Video: ब्राजील के राष्ट्रपति भवन में गूंजा राम का नाम, PM मोदी का हुआ अनोखा स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ब्राजील में भव्य स्वागत हुआ. राजधानी ब्रासीलिया स्थित राष्ट्रपति भवन अल्वोराडा पैलेस में कलाकारों ने राम भजन की सजीव प्रस्तुति दी. इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माहौल में पीएम मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई.

PM Modi Brazil Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच देशों के दौरे के तहत जब मंगलवार को ब्राजील के अल्वोराडा प्रेसिडेंशियल पैलेस पहुंचे, तो वहां का नजारा भारतीय संस्कृति से सराबोर दिखा. ब्राजील सरकार की ओर से कलाकारों ने राम भजन की सजीव प्रस्तुति देकर प्रधानमंत्री का विशेष स्वागत किया. इस भावनात्मक क्षण ने दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों की गहराई को दर्शाया.
ब्राजील के राष्ट्रपति लूइस इनासियो लूला दा सिल्वा से मोदी की मुलाकात सिर्फ औपचारिक बातचीत तक सीमित नहीं रही, बल्कि इस दौरान द्विपक्षीय सहयोग, व्यापार विस्तार और वैश्विक मंचों पर समन्वय को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इसी अवसर पर पीएम मोदी को ब्राजील के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस" से भी सम्मानित किया गया.
Upon arrival at the Alvorada Palace in Brasilia ahead of official talks, PM @narendramodi was welcomed with a special performance of ‘Ram Bhajan’. pic.twitter.com/RqKxV4L4Ht
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) July 8, 2025
अल्वोराडा पैलेस में गूंजा राम नाम
ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया स्थित राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया. जैसे ही पीएम मोदी पहुंचे, कलाकारों की एक टोली ने उन्हें राम भजन की मधुर प्रस्तुति से स्वागत किया. यह दृश्य भारतीय संस्कृति और ब्राजील की मेहमाननवाज़ी के मेल का अद्भुत उदाहरण बना.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने इस पल को साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "आधिकारिक वार्ता से पहले ब्रासीलिया के अल्वोराडा पैलेस पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत राम भजन की विशेष प्रस्तुति के साथ किया गया।"
व्यापारिक रिश्तों पर हुई सार्थक बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के बीच हुई औपचारिक बातचीत में व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई. दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक संभावनाओं का दायरा बहुत व्यापक है और इसे और विविधता देने की आवश्यकता है.
बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति लूला के साथ उपयोगी बातचीत हुई, जो भारत-ब्राज़ील मैत्री के प्रति सदैव उत्साही रहे हैं। हमारी बातचीत में व्यापारिक संबंधों को गहरा करने और द्विपक्षीय व्यापार में विविधता लाने के उपायों पर भी चर्चा हुई। हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि आने वाले समय में ऐसे संबंधों के फलने-फूलने की अपार संभावनाएँ हैं।"
ब्राजील से मिला पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्राजील के राष्ट्रपति द्वारा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस प्रदान किया गया. यह सम्मान भारत-ब्राजील संबंधों को मजबूत करने, वैश्विक मंचों पर समन्वय बढ़ाने और सहयोग की भावना को आगे बढ़ाने में प्रधानमंत्री मोदी के योगदान को मान्यता देता है.
I’m honoured to have been conferred ‘The Grand Collar of the National Order of the Southern Cross.’ Gratitude to President Lula, the Government and the people of Brazil. This illustrates the strong affection the people of Brazil have for the people of India. May our friendship… pic.twitter.com/MpKS9FgsES
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2025
यह मोदी को अब तक किसी विदेशी सरकार द्वारा दिया गया 26वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है. वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से उन्हें दुनिया के कई देशों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है.
पहलगाम हमले पर संवेदना के लिए जताया आभार
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर समर्थन और संवेदना प्रकट करने के लिए धन्यवाद भी दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि पीएम मोदी ने इस संवेदनशीलता के लिए ब्राजील की सरकार का आभार जताया.
BRICS सम्मेलन में भागीदारी के लिए ब्राजील पहुंचे पीएम
प्रधानमंत्री मोदी 5 जुलाई को ब्राजील पहुंचे. उनका यह दौरा BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए है, जो रियो डी जेनेरो में आयोजित किया जा रहा है. इससे पहले वे 2 जुलाई को घाना गए थे, इसके बाद 3 और 4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा किया, जहां उन्हें प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर ने आमंत्रित किया था.


