म्यांमार में लगे 4.7 तीव्रता के भूकंप के झटके, असम, मणिपुर, नागालैंड में भी किए गए महसूस
म्यांमार में मंगलवार सुबह 4.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके मणिपुर और पूर्वोत्तर भारत में महसूस हुए. इससे पहले महाराष्ट्र, तिब्बत और बांग्लादेश में भी हल्के भूकंप दर्ज किए गए थे. लगातार भूकंपीय गतिविधियों ने उत्तर-पूर्वी भारत और पड़ोसी क्षेत्रों की संवेदनशीलता और जोखिम को उजागर किया है.

Myanmar earthquake: म्यांमार में मंगलवार सुबह आए भूकंप के झटके भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्सों तक पहुंचे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.7 मापी गई. सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर यह झटका मणिपुर की सीमा के बेहद नजदीक दर्ज हुआ. मणिपुर के उखरुल जिले से लगभग 27 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में इसका केंद्र रहा.
भूकंप की गहराई
एनसीएस ने बताया कि इस भूकंप की गहराई 15 किलोमीटर थी. इसके निर्देशांक अक्षांश 24.73 डिग्री उत्तर और देशांतर 94.63 डिग्री पूर्व दर्ज किए गए. भूकंप का केंद्र नागालैंड के कई प्रमुख शहरों और मिजोरम की सीमा से भी निकट रहा. यह नागालैंड के वोखा से 155 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, दीमापुर से 159 किलोमीटर दक्षिणपूर्व और मोकोकचुंग से 177 किलोमीटर दक्षिण की ओर स्थित था. वहीं मिजोरम के नगोपा से 171 किलोमीटर उत्तर-पूर्व और चम्फाई से 193 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में इसकी स्थिति बताई गई.
सतारा, महाराष्ट्र में भी महसूस हुए झटके
इससे कुछ घंटे पहले, सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को महाराष्ट्र में भी धरती हिली. रात 12 बजकर 9 मिनट पर सतारा जिले में 3.4 तीव्रता का भूकंप आया. इसकी गहराई केवल 5 किलोमीटर थी और यह कोल्हापुर से लगभग 91 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में दर्ज हुआ. हालांकि इस झटके से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं मिली.
तिब्बत में आया भूकंप
मंगलवार सुबह ही एक और भूकंप तिब्बत में भी दर्ज किया गया. सुबह 4 बजकर 28 मिनट पर वहां 3.3 तीव्रता का भूकंप आया. इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी. एनसीएस के अनुसार, इसका स्थान अरुणाचल प्रदेश के पांगिन से करीब 227 किलोमीटर उत्तर और असम के डिब्रूगढ़ से 303 किलोमीटर उत्तर में था.
बांग्लादेश में भी हिली थी धरती
म्यांमार का यह झटका पड़ोसी देश बांग्लादेश में आए भूकंप के तीन दिन बाद महसूस किया गया. शनिवार, 27 सितंबर की दोपहर 1 बजकर 57 मिनट पर बांग्लादेश में 3.5 तीव्रता का भूकंप आया था. उस भूकंप का केंद्र पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से केवल 89 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था. इसकी गहराई 10 किलोमीटर मापी गई थी.
भारत में भी महसूस हुए झटके
बांग्लादेश के इस भूकंप के हल्के असर पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में भी महसूस किए गए. एनसीएस ने इसके निर्देशांक अक्षांश 22.95 उत्तर और देशांतर 89.13 पूर्व बताए. हालाँकि, उस समय भी किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई थी.
लगातार भूकंपीय गतिविधियों से चिंता
बीते कुछ दिनों में म्यांमार, तिब्बत, बांग्लादेश और भारत के विभिन्न हिस्सों में आए भूकंपों ने क्षेत्र की सक्रिय भूकंपीय स्थिति को उजागर किया है. विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर-पूर्वी भारत और पड़ोसी देश उच्च भूकंप जोखिम क्षेत्र में आते हैं. ऐसे में बार-बार आने वाले झटके लोगों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.


