ईरान के मिसाइल हमले में अमेरिका बना इजरायल की सुरक्षा ढाल, जानें कैसे ईरानी अटैक को दिया जवाब
Israel Iran conflict: मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच अमेरिका इजरायल की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है. शुक्रवार को तेहरान द्वारा दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों को इजरायल ने अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम और नौसेना की मदद से सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया.

Israel Iran conflict: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच इजरायल ने शुक्रवार को ईरान की ओर से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों को अमेरिकी मदद से सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया. अमेरिका ने अपने अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम और नौसेना संसाधनों को सक्रिय करते हुए इजरायल को सुरक्षा प्रदान की. यह कार्रवाई उस समय हुई जब ईरान ने इजरायल के सैन्य ठिकानों और शहरों पर मिसाइलें दागीं, जो कि इजरायल के परमाणु ठिकानों और सैन्य नेतृत्व पर किए गए हमले के जवाब में था.
अमेरिका ने इस सैन्य सहयोग में अपने ग्राउंड-बेस्ड पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम और टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एयर डिफेंस (THAAD) सिस्टम को सक्रिय किया, जो बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में सक्षम हैं. इसके अलावा, अमेरिकी नौसेना के युद्धपोतों और एडवांस्ड मिसाइल-ट्रैकिंग सिस्टम ने भी इजरायली डिफेंस को सपोर्ट किया. अमेरिकी फाइटर जेट्स अब क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और एयरबेस पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है.
अमेरिकी डिफेंस टेक्नोलॉजी ने थामी मिसाइलों की बारिश
अमेरिकी अधिकारियों ने AP को जानकारी दी कि ईरान द्वारा टेल अवीव और यरुशलम पर दागी गई मिसाइलों को इज़रायल के साथ मिलकर इंटरसेप्ट किया गया. अमेरिका ने पश्चिमी भूमध्य सागर से ईस्टर्न मेडिटेरेनियन की ओर अपने दो विध्वंसक (डेस्ट्रॉयर) युद्धपोतों को रवाना किया है, जिनमें से USS Thomas Hudner बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन युद्धपोतों ने इंटरसेप्टर्स फायर किए या केवल मिसाइल-ट्रैकिंग में सहायता की, लेकिन अमेरिकी नौसेना ने स्थिति को देखते हुए अपनी सैन्य तैनाती को और मजबूत करना शुरू कर दिया है.
सुरक्षा में जुटे अमेरिकी फाइटर जेट्स और एयरबेस हाई अलर्ट पर
मिसाइल हमलों की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका ने अपने लड़ाकू विमानों को भी क्षेत्र में तैनात कर दिया है, जो अब नियमित गश्त कर रहे हैं. इसके साथ ही, मिडिल ईस्ट में स्थित अमेरिकी एयरबेस पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू कर दिए गए हैं ताकि अमेरिकी कर्मियों और सैन्य संसाधनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
टेल अवीव और यरुशलम पर मिसाइलों की बारिश
शुक्रवार को इज़रायल द्वारा ईरान की राजधानी तेहरान पर किए गए हमले के जवाब में, तेहरान ने एक के बाद एक बैलिस्टिक मिसाइलें इज़रायल की ओर दागीं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में टेल अवीव के ऊपर आसमान में धमाके और इंटरसेप्शन के दृश्य देखे जा सकते हैं. एक लाइव रिपोर्टिंग के दौरान Fox News के रिपोर्टर भी हमले से बचने के लिए जमीन पर झुकते नजर आए.
हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इज़रायली सेना ने जानकारी दी है कि उसकी मिसाइल डिफेंस प्रणाली 'आयरन डोम' ने अधिकांश मिसाइलों को रास्ते में ही नष्ट कर दिया.
ऑपरेशन राइजिंग लाय' से शुरू हुआ इजरायली हमला
शुक्रवार सुबह इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू किया, जिसका उद्देश्य ईरान द्वारा उत्पन्न अस्तित्वगत खतरे को खत्म करना था. इस ऑपरेशन के तहत तेहरान के कई इलाकों में बमबारी की गई, जिससे राजधानी में कई धमाकों की आवाजें गूंज उठीं. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "यह ऑपरेशन तब तक चलेगा जब तक इस खतरे को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता."
उन्होंने आगे कहा, "बीते वर्षों में ईरान ने इतनी मात्रा में उच्च स्तर पर समृद्ध यूरेनियम तैयार कर लिया है जिससे 9 परमाणु बम बनाए जा सकते हैं. ईरान ने कुछ ऐसे कदम उठाए हैं जो पहले कभी नहीं उठाए, जिनमें इस यूरेनियम को हथियार बनाने की दिशा में काम भी शामिल है....और यदि इसे रोका नहीं गया, तो ईरान कुछ ही महीनों में संभवतः एक साल से भी कम समय में परमाणु हथियार बना सकता है. यह इज़रायल के अस्तित्व के लिए एक प्रत्यक्ष और तात्कालिक खतरा है."


