भारत ने अमेरिका में ट्रंप के करीबी जेसन मिलर को बनाया लॉबिस्ट, जानें पाकिस्तान ने किसे बनाया अपना प्रतिनिधि
भारत और पाकिस्तान ने वाशिंगटन में अपने लॉबिस्ट नियुक्त किए हैं. भारत ने जेसन मिलर और पाकिस्तान ने कीथ शिलर को, ताकि अमेरिका में अपनी कूटनीतिक स्थिति मजबूत की जा सके. भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की, जबकि पाकिस्तान ने इस कार्रवाई के जवाब में राजनयिक मोर्चा तेज किया. दोनों देश अब अमेरिका में अपने प्रभाव को बढ़ाकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में लगे हैं.

भारत और पाकिस्तान ने हाल ही में वाशिंगटन में अपने-अपने लॉबिस्ट नियुक्त किए हैं, जो दोनों देशों की कूटनीतिक रणनीतियों में महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देते हैं. जहां भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर को अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया है, वहीं पाकिस्तान ने ट्रंप के पूर्व अंगरक्षक कीथ शिलर को अमेरिका में अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है.
भारत की कूटनीतिक चाल
भारत सरकार ने वाशिंगटन में अपने लॉबिस्ट के रूप में जेसन मिलर को नियुक्त किया है. मिलर ट्रंप प्रशासन के करीबी सहयोगी रहे हैं और उन्हें ट्रंप के विचारों और रणनीतियों की गहरी समझ है. भारत ने मिलर के साथ एक साल का अनुबंध किया है, जिसमें उन्हें 150,000 डॉलर का मासिक भत्ता मिलेगा. उनकी नियुक्ति भारत की कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जो अमेरिका के साथ रिश्तों को मजबूत करने और पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की दिशा में एक कदम है.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
वहीं, पाकिस्तान ने ट्रंप के पूर्व अंगरक्षक कीथ शिलर को अमेरिका में अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है. शिलर ट्रंप के करीबी सहयोगी रहे हैं और उनकी नियुक्ति पाकिस्तान की कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जो अमेरिका में पाकिस्तान के प्रभाव को बढ़ाने और भारत के खिलाफ समर्थन जुटाने की दिशा में एक कदम है. शिलर की नियुक्ति से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान भी कूटनीतिक मोर्चे पर सक्रिय है और भारत के खिलाफ अपनी रणनीतियों को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है.
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई
भारत ने 6 मई 2025 को "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए. इस ऑपरेशन का उद्देश्य पुलवामा हमले के जवाब में आतंकवादियों के नेटवर्क को नष्ट करना था. भारत ने इस ऑपरेशन के दौरान 25 मिसाइलों, कमिकेज ड्रोन और सटीक बमों का उपयोग किया, जिससे 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया. इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के खिलाफ झूठे दावे किए, जिन्हें भारतीय सरकार ने खारिज कर दिया. भारत ने इस ऑपरेशन के माध्यम से यह संदेश दिया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है.
कूटनीतिक आक्रामकता: भारत और पाकिस्तान की रणनीति
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, दोनों देशों ने कूटनीतिक आक्रामकता को बढ़ाया है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए मिलर की नियुक्ति की है, जबकि पाकिस्तान ने अमेरिका में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए शिलर की नियुक्ति की है. दोनों देशों की यह रणनीति दर्शाती है कि वे कूटनीतिक मोर्चे पर भी एक-दूसरे के खिलाफ सक्रिय हैं और अपने-अपने हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.


