विदेश मंत्री जयशंकर पर लंदन में हमला, खालिस्तानी चरमपंथियों ने फाड़ा तिरंगा, देखें Video
S Jaishankar London attack: लंदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर की यात्रा के दौरान खालिस्तानी चरमपंथियों ने हंगामा किया, जो सुरक्षा उल्लंघन में बदल गया. चैथम हाउस से निकलते वक्त एक प्रदर्शनकारी उनकी कार की ओर दौड़ा और भारतीय ध्वज फाड़ने की कोशिश की. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

S Jaishankar London attack: लंदन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की यात्रा के दौरान खालिस्तानी चरमपंथियों ने प्रदर्शन किया, जो एक सुरक्षा उल्लंघन में बदल गया. जब जयशंकर एक चर्चा के बाद चैथम हाउस से बाहर निकले, तो एक प्रदर्शनकारी उनकी कार की ओर दौड़ा और पुलिस की मौजूदगी में भारतीय ध्वज को फाड़ने का प्रयास किया. यह घटना विदेश मंत्री की ब्रिटेन यात्रा के दौरान हुई, जहां उन्होंने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी किस तरह जयशंकर की कार की ओर दौड़ रहा है और भारतीय ध्वज के साथ अपमानजनक व्यवहार कर रहा है. हालांकि, कुछ ही देर में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार कर लिया.
Khalistani elements attempt to heckle India's External Affairs Minister S Jaishankar while he was leaving in a car after attending an event in London, England.
The National flag of India was desecrated.
The Govt of India must revoke the PIO/OCI cards of anti-India elements. pic.twitter.com/ogNjVkIpB6— Anshul Saxena (@AskAnshul) March 6, 2025
खालिस्तानी समर्थकों का हंगामा
लंदन में स्थित चैथम हाउस के बाहर खालिस्तानी समर्थकों ने प्रदर्शन किया. वे खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे और झंडे लहरा रहे थे. जैसे ही एस जयशंकर अपने काफिले के साथ निकले, एक प्रदर्शनकारी ने सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की और तिरंगे को फाड़ दिया.
जयशंकर की ब्रिटेन यात्रा के अहम मुद्दे
एस जयशंकर 4 से 9 मार्च तक ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ चेवनिंग हाउस में बैठक की. इस बैठक में रणनीतिक समन्वय, व्यापार वार्ता, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, राजनीतिक सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई.
कश्मीर मुद्दे पर जयशंकर का जवाब
चैथम हाउस में एक चर्चा के दौरान एस जयशंकर से पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर विवाद सुलझाने के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता प्रस्ताव को स्वीकार कर सकते हैं. इस पर जयशंकर ने भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत पहले ही इस मुद्दे पर ठोस कदम उठा चुका है, जिसमें अनुच्छेद 370 की समाप्ति, आर्थिक विकास और क्षेत्र में उच्च मतदान वाले चुनाव शामिल हैं.
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि हम जिस हिस्से का इंतजार कर रहे हैं, वह कश्मीर के चुराए गए हिस्से की वापसी है, जो अवैध पाकिस्तानी कब्जे में है. जब यह हो जाएगा, तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कश्मीर का हल हो जाएगा."


