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मोदी की UK यात्रा... व्यापार से लेकर आतंकवाद तक, हर मोर्चे पर होगी बात

तीन साल की गहन चर्चा के बाद, भारत और ब्रिटेन ने आखिरकार अपने बहुप्रतीक्षित व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ, इस ऐतिहासिक समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

 Narendra Modi UK visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर होना तय माना जा रहा है. यह समझौता पिछले तीन वर्षों की रुक-रुक कर चली बातचीत के बाद मई में पूरा हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों में सही साबित हो सकता है, खासकर कार, इलेक्ट्रिक वाहन ( EV), कपड़ा और फुटवियर क्षेत्रों के लिए. भारत सरकार की कैबिनेट इस समझौते को पहले ही मंजूरी दे चुकी है. हालांकि, इसे प्रभाव में आने के लिए अब ब्रिटेन की संसद की स्वीकृति की प्रतीक्षा है, जो संभवतः एक वर्ष के भीतर मिल सकती है.

भारत-ब्रिटेन व्यापार संबंध

भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य 50 अरब डॉलर से अधिक हो चुका है. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, करीब 1,000 भारतीय कंपनियां ब्रिटेन में सक्रिय हैं और उन्होंने लगभग 1 लाख लोगों को रोजगार दिया है. इन कंपनियों का कुल निवेश करीब 20 अरब डॉलर है.

99% भारतीय निर्यात पर शुल्क होगा समाप्त

भारतीय वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि FTA लागू होने के बाद ब्रिटेन को भारत से होने वाले 99% निर्यात पर शून्य शुल्क का लाभ मिलेगा. वहीं ब्रिटेन को भी अपने 90% उत्पादों पर शुल्क कटौती करनी होगी. इसमें वस्त्र, जूते, रत्न, आभूषण और ऑटो कंपोनेंट जैसे उत्पाद शामिल हैं, जिन पर फिलहाल 4% से 16% तक आयात शुल्क लगता है.

कारों पर शुल्क घटेगा

ब्रिटेन से आयात की जाने वाली कारों पर भारत अब 100% की बजाय केवल 10% आयात शुल्क लगाएगा. यह छूट सीमित संख्या की कारों पर कोटा प्रणाली के तहत दी जाएगी, जिसे समय के साथ बढ़ाया जाएगा. इससे एस्टन मार्टिन और टाटा के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर जैसी कंपनियों को विशेष फायदा मिल सकता है.

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ब्रिटिश बाजार खुलेगा

ब्रिटिश उत्पादों पर दी जा रही शुल्क छूट के बदले में भारतीय इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन निर्माता कंपनियों को ब्रिटेन के बाजार में पहुंच मिलेगी. यह पहुंच भी कोटा प्रणाली के तहत ही होगी. टाटा मोटर्स और महिंद्रा इलेक्ट्रिक जैसे ब्रांड्स को इसका सीधा लाभ मिल सकता है.

वीजा और सामाजिक सुरक्षा में मिलेंगी राहत

समझौते के तहत ब्रिटेन व्यावसायिक आगंतुकों, संविदा सेवा प्रदाताओं, योग प्रशिक्षकों, रसोइयों और संगीतकारों को अस्थायी रूप से रहने और कार्य करने की सुविधा देगा. इसके साथ ही भारतीय कामगारों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्षों तक ब्रिटेन में सामाजिक सुरक्षा अंशदान से छूट मिलेगी. वेलस्पन इंडिया, अरविंद, रेमंड और वर्धमान जैसे भारतीय कपड़ा ब्रांड्स को FTA के तहत ब्रिटेन में शुल्क मुक्त निर्यात का लाभ मिलेगा. वहीं, बाटा इंडिया और रिलैक्सो जैसे फुटवियर ब्रांड्स को ब्रिटिश बाजार में आसान पहुंच मिलेगी, जिससे इनकी प्रतिस्पर्धा में बढ़त होगी.

स्पिरिट्स पर आयात शुल्क में भारी कटौती

स्कॉच व्हिस्की पर भारत में वर्तमान में लगने वाला 150% शुल्क घटाकर तुरंत 75% कर दिया जाएगा और अगले 10 वर्षों में इसे और घटाकर 40% तक लाया जाएगा. इससे ब्रिटिश शराब कंपनियों, खासकर जॉनी वॉकर बनाने वाली डियाजियो को बड़ा लाभ मिलेगा.

साथ ही भारत अब गैर-संवेदनशील सरकारी परियोजनाओं में 200 करोड़ रुपये तक की निविदाओं में ब्रिटिश आपूर्तिकर्ताओं को भाग लेने की अनुमति देगा. इससे ब्रिटिश कंपनियों को भारत में कारोबार विस्तार का नया अवसर प्राप्त होगा. पूर्व वरिष्ठ राजनयिक महेश सचदेव ने कहा, 'यात्रा का मुख्य बिंदु द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करना है.'
इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहेंगे. यह 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी की चौथी ब्रिटेन यात्रा है, जहां वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से व्यापार, ऊर्जा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
 

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23 July 2025, 01:01 PM IST

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